पराली न जलाने वाले किसानों को मिला सम्मान
हंडिआया बरनाला गुरु अंगद देव वेटनरी व एनिमल साइंसज यूनिवर्सिटी लुधियाना में मेला लगाया।
संवाद सूत्र हंडिआया, बरनाला : गुरु अंगद देव वेटनरी व एनिमल साइंस यूनिवर्सिटी लुधियाना के कृषि विज्ञान केंद्र हंडिआया द्वारा जल शक्ति अभियान के दौरान कुदरती स्त्रोत को बचाने के लिए प्रयोग की जाने वाली तकनीकों पर किसान मेला डॉक्टर प्रह्लाद सिंह तंवर, एसोसिएट डायरेक्टर, कृषि विज्ञान केंद्र हंडिआया के नेतृत्व में करवाया।
इस अवसर पर मुख्य मेहमान एडीसी जरनल रूही दुग विशेष तौर पर उपस्थित थे। केंद्र के एसोसिएट डायरेक्टर डॉ. प्रह्लाद सिंह तंवर ने कृषि विज्ञान केंद्र द्वारा किसान भलाई के लिए किए जा रहे कार्यों के बारे जानकारी दी व कहा कि किसान कृषि विज्ञान केंद्र में आकर कृषि, पशु पालन, बागवानी के साथ संबंधित अपनी, समस्याओं का समाधान कर सकते हैं व सहायक धंधों के लिए प्रशिक्षण भी ले सकते हैं। उन्होंने जल, जमीन, जंगल, जानवर व हवा आदि के कुदरती स्त्रोत की सही संभाल बारे बात की। उन्होंने कहा कि अगर हम इन स्त्रोत को संभाल कर नहीं रखेंगे, तो भविष्य में हमें बहुत बड़ी मुसीबत का सामना करना पड़ सकता है। इस लिए किसानों को उन्होंने कहा कि वह खेती में विभिन्नता लाने की पहल में शामिल हो।
न्यूज-इस अवसर एडीसी जरनल रूही दुग ने कुदरती स्त्रोत की बात करते हुए जल शक्ति अभियान के तहत इन स्त्रोत की संभाल के लिए कृषि विज्ञान केंद्र हंडिआया के वैज्ञानिकों की सलाह के अनुसार चलने की अपील की। इस मेले में विभिन्न किसान जो कि विगत कई वर्षों से पराली को बिना जलाए, गेहूं की बिजाई हैप्पीसीडर के साथ करते हैं, उन सभी को सम्मानित किया। इस मेले में सरकारी व प्राईवेट विभागों द्वारा विभिन्न प्रदर्शनियां लगाई गई। इस अवसर पर करवाई गई स्टाल प्रतियोगिता, फसल प्रतियोगिता, सब्जी काटना प्रतियोगिता आदि में पहले, दूसरे व तीसरे नंबर पर आने वाले किसानों को सम्मानित किया।