बरनाला की शमशानघाट पर लग रहे पीपीई किटों के ढेर
कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बनाया गया सरकारी अस्पताल सोहल पत्ती व महलकलां से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट के अलावा शहर के श्मशानघाटों पर भी पीपीई किटों के ढेर लग रहे हैं।
हेमंत राजू, बरनाला
कोरोना मरीजों के इलाज के लिए बनाया गया सरकारी अस्पताल सोहल पत्ती व महलकलां से निकलने वाले मेडिकल वेस्ट के अलावा शहर के श्मशानघाटों पर भी पीपीई किटों के ढेर लग रहे हैं। पीपीई किटों के निस्तारण की कोई व्यवस्था नहीं है। बरनाला के श्मशानघाट पर पीपीई किटों के निस्तारण संबंधी किसी ने अभी तक विचार ही नहीं किया। शमशानघाट में इन किटों के ढेर लग रहे हैं। कुछ लोग संस्कार के बाद इन किटों को जलाकर नष्ट कर देते हैं। संस्कार के बाद कई लोग किटें उतारकर वहीं फेंक देते हैं, जिसकी संभाल करना श्मशानघाट स्टाफ के लिए परेशानी है।
श्री राम बाग शमशानघाट पर अप्रैल व मई के दौरान करीब 50 कोरोना संक्रमित मृतकों का संस्कार किया गया है। श्री राम बाग श्मशानघाट जहां हर दिन दस के करीब संस्कार हो रहे हैं, लेकिन कोविड के मद्देनजर सैनिटाइज करने के लिए नगर कौंसिल या जिला प्रशासन ने कोई बंदोबस्त नहीं किया है। श्री राम बाग प्रबंधक कमेटी अपने स्तर पर 10 दिन बाद सैनिटाइज करवा रही है।
सिविल सर्जन हरिदरजीत सिंह गर्ग व एसएसपी बरनाला संदीप गोयल ने कहा कि सोहल पत्ती व महलकलां में कोरोना पाजिटिव मरीजों का उपचार करने के बाद जो पीपीई किट्ट, ग्लव्ज व अन्य सामान वेस्टेज होता है, उसको प्रतिदिन मेडीकेयर की टीम उठवाकर निस्तारण के लिए ले जाती है। मेडीकल वेस्टेज का निस्तारण सही ढंग से हो रहा है व इसका पर पूरा ध्यान रखा जा रहा है।
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सभी श्मशानघाटों पर कोरोना संक्रमित के होने वाले संस्कार की विधि पर विशेष नियमों का पालन करने के आदेश जारी कर दिए हैं। श्री राम बाग कमेटी के प्रधान भारत मोदी, महासचिव इंजीनियर कंवल जिदल, इंचार्ज जेई अशोक जिदल, त्रिलोकी नाथ, व्यापार मंडल के प्रधान अनिल बांसल नाणा के साथ मिकर प्लानिग बनाकर कार्य करेंगे। -वरजीत वालिया, एसडीएम