दो-दो कत्ल में भगोड़े गैंग के चार लोग असलहा सहित गिरफ्तार
सीआइए स्टाफ ने कत्ल के मामले में भगोड़ा गैंग के चार लोगों को असलहा सहित गिरफ्तार किया है।
संवाद सहयोगी बरनाला : सीआइए स्टाफ ने कत्ल के मामले में भगोड़ा गैंग के चार लोगों को असलहा सहित गिरफ्तार किया है। गैंग के दो सदस्यों पर दो-दो कत्ल व मारपीट के मामले दर्ज हैं।
एसएसपी हरजीत सिंह, एसपीडी सुखदेव सिंह विर्क ने प्रेस कांफ्रेंस में बताया कि सीआइए स्टाफ के इंचार्ज बलजीत सिंह ने पुलिस टीम की मदद से बाहद के नजदीक गांव पक्खो कलां में नाकाबंदी के दौरान हथियारों के दम पर कार, ठेके व पेट्रोल पंप लूटने के आदि युवकों के गैंग को काबू किया है। उन्होंने बताया कि यह गैंग इरादा कत्ल के मामले में भगोड़े घोषित हैं।
सीआइए स्टाफ के इंचार्ज बलजीत सिंह ने बताया कि वीरवार को बरनाला से स्कोड़ा कार एचआर26सीजी2816 को नाकाबंदी के दौरान रुकने का इशारा किया। तो आरोपितों ने गिरफ्तारी के डर व इरादा ए कत्ल की नीयत से अंधाधुंध फायर कर दिए, जिसे पुलिस कर्मियों ने जवाब में फायर किए व कार रोक ली गई। जिसके बाद कार में सवार गैंग के तीन सदस्य तो बाहर आ गए, लेकिन दो गांव अकलियां जिला मानसा की तरफ फरार हो गए। जिन्हें काबू करने के लिए पुलिस पार्टी द्वारा पीछा किया गया व काबू कर लिया गया। लेकिन उक्त मामले में आरोपित जोनी खेतों के रास्ते भागने में कामयाब रहा।
असलहा व कार भी की बरामद
एसएसपी हरजीत सिंह ने बताया कि गैंग के गिरफ्तार आरोपितों में लवजीत सिंह उर्फ लवी से 32 बोर की पिस्टल चार कारतूस, अमरवीर सिंह उर्फ मिटा से 315 बोर पिस्टल, एक कारतूस का खोल, परविदर सिंह उर्फ गंगू से एक पिस्टल 32 बोर, पांच कारतूस, मनीष प्रभाकर जो गैंग का लीडर है से 30 बोर पिस्टल व 2 जिदा कारतूस बरामद किए गए हैं। इसके अलावा 30 बोर के तीन खोल, 32 बोर के तीन खोल व आरसी कार नंबर पीबी-11यू-0071 बरामद की गई। ऐसे दिया घटना को अंजाम-
- मुख्य आरोपित मनीष प्रभाकर पर पहले लड़ाई, झगड़ा व मारपीट के मामले दर्ज थे, जिन्हें अदालत में खत्म करके अमेरिका चला गया था। परंतु 2015 में अमेरिका से वापस लौटते ही अपने दोस्त हरप्रीत सिंह का गोली मार कत्ल कर दिया। जिसमें गवाह बने मिट्टी के बर्तन का काम करने वाले दुकानदार गांव भंबड़ा मोहाली के वीर सिंह को उसके घर में सितंबर 2019 को जमानत मिलते लवजीत सिंह व परविदर सिंह के साथ गोली मारकर कत्ल कर दिया था।