बरनाला में किसानों ने सरकार के खिलाफ किया विरोध प्रदर्शन
केंद्र सरकार द्वारा लागू किए तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में रेलवे स्टेशन के बाहर पार्किंग के समक्ष किसानों का धरना मंगलवार को 188वें दिन में प्रवेश कर गया
संवाद सहयोगी, बरनाला
केंद्र सरकार द्वारा लागू किए तीन कृषि कानूनों को रद्द करवाने के लिए संयुक्त किसान मोर्चा के नेतृत्व में रेलवे स्टेशन के बाहर पार्किंग के समक्ष किसानों का धरना मंगलवार को 188वें दिन में प्रवेश कर गया। इसी तरह महलकलां टोल प्लाजा व बडबर टोल प्लाजा पर किसान संगठनों द्वारा केंद्र सरकार के खिलाफ किया जा रहा रोष-प्रदर्शन जारी रहा। उन्होंने केन्द्र सरकार के खिलाफ कड़ा रोष प्रदर्शन किया। रोष धरने को संबोधित करते हुए किसान बलवंत सिंह उप्पली, करनैल सिंह गांधी, दर्शन सिंह उगोके, मा. निरंजन सिंह, मनजीत राज, बाबू सिंह, मेला सिंह, नेक दर्शन सिंह, नछतर सिंह, हरचरण सिंह, गुरनाम सिंह, कुलवंत सिंह, बलवीर कौर, राम सिंह, गुरदर्शन सिंह, बिक्कर सिंह, गुरमीत सुखपुर ने कहा कि किसान आंदोलन दिन-प्रतिदिन मजबूत हो रहा है व काले खेती कानूनों को वापस करवाए बिना यह संघर्ष खत्म नहीं होगा। 8 अप्रैल का दिन भगत सिंह व बीके दत्त को श्रद्धांजलि भेंट करके मनाया जाएगा। 10 अप्रैल को दिल्ली का केएमपी मार्च 24 घंटे के लिए जाम किया जाएगा। 13 अप्रैल को बैसाखी का त्योहार किसान दिवस के तौर पर मनाया जाएगा व 14 अप्रैल को संविधान निर्माता डा. भीम राव अंबेडकर का जन्मदिन संविधान बचाओ दिवस के तौर पर मनाया जाएगा। डीटीएफ के जिला प्रधान गुरमीत सुखपुर ने बताया कि 11 अप्रैल को जिले के करीब 60 सदस्य एक सप्ताह के लिए टिकरी बार्डर के लिए रवाना होंगे। किसान नेताओं ने सरकार को चेतावनी दी कि जब तक उनकी मांगों को माना नहीं जाएगा। उनका संघर्ष इसी प्रकार जारी रहेगा।