डेरा मुखी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत
तपा बरनाला डेरा बाबा जगीरदास के डेरा संचालक महंत हुक्म दास बबली की रविवार को संदिग्ध हालत में मौत।
संवाद सहयोगी तपा, बरनाला
डेरा बाबा जगीरदास के डेरा संचालक महंत हुक्म दास बबली की रविवार को संदिग्ध हालत में मौत हो गई, परंतु डेरा संचालक की मौत का मामला सुबह तब गर्मा गया, जब मृतक डेरा संचालक के परिवारिक सदस्यों ने शिअद महिला नेत्री जसविदर कौर शेरगिल व उसके भाइयों पर उसे सुसाइड के लिए मजबूर करने के आरोप लगाए व पुलिस द्वारा उन पर सख्त कार्रवाई करने की मांग को लेकर रोष व्यक्त किया।
तपा के डेरा बाबा जगीरदास जिसको बाहरी डेरा भी कहा जाता है, कि संचालक महंत हुक्म दास बबली की रविवार को संदिग्ध हालात में मौत हो गई। उक्त डेरा संचालक रविवार रात बठिडा-चंडीगढ़ नेशनल हाईवे पर एक ढाबे से बाहर निकलते हुए गिर पड़े, जिसको तपा के सरकारी अस्पताल में लेकर जाया गया, जहां उसे डॉक्टरों ने मृतक घोषित कर दिया।
डेरा संचालक की संदिग्ध हालात में हुई मौत से शहर में चर्चा होने लगी, पुलिस ने संचालक के शव को पोस्टमार्टम के लिए बरनाला लेकर जाने के वक्त परिवार ने जब तक मामला दर्ज नहीं होता, तब तक शव पोस्टमार्टम के लिए नहीं भेजेंगे। पुलिस रिपोर्ट के मुताबिक मृतक की पत्नी राजविदर कौर व बेटे सोमदास ने आरोप लगाया कि पूर्व अकाली नेत्री जसविदर कौर शेरगिल से उसके पिता के संबंध थे, वो अक्सर डेरे की जमीन व आमदनी उसे देने के लिए तंग करती रहती थी व उसके पति पर झूठे मामले दर्ज करवाने की धमकियां देती थी, जिससे उसका पति परेशान रहते था, परंतु जब रात उसकी मौत का समाचार मिला तो परिवार ने उसका आरोप उक्त अकाली नेत्री पर लगाया।
गौर हो कि विगत लगभग कुछ वर्ष पहले उक्तअकाली नेत्री की मारपीट की वीडियो वायरल हुई थीव महंत के परिवार के बीच केस भी चल रहा है। पुलिस ने मृतक के बेटे सोमदास के बयान पर जसविदर कौर शेरगिल व उसके भाइयों बलजिदर सिंह व प्रदीप सिंह पर केस दर्ज कर अगली कार्रवाई शुरू कर दी है। जब इस संबंध में महिला शिअद नेत्री जसविदर कौर शेरगिल से बात करनी चाही तो उनके साथ संपर्क नहीं हो सका।