जान गंवाने वाले किसानों के आंकड़े एसकेएम के पास मौजूद, मुआवजा दे केंद्र
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने सहित अन्य मांगों को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगाया धरना वीरवार को 428वें दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, बरनाला
संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा एमएसपी की गारंटी देने वाला नया कानून बनाने सहित अन्य मांगों को लेकर रेलवे स्टेशन की पार्किंग में लगाया धरना वीरवार को 428वें दिन भी जारी रहा। वक्ताओं ने केंद्रीय कृषि मंत्री द्वारा विगत दिन संसद में दिए बयान का गंभीर नोटिस लिया। कृषि मंत्री ने कहा है कि आंकड़े न होने की सूरत में मुआवजा देने की बात कैसे की जा सकती है। नेताओं ने कहा कि आंकड़े संयुक्त किसान मोर्चा के पास मौजूद हैं। सरकार मोर्चे के नेताओं से आंकड़े लेकर मृतक किसानों के वारिसों को मुआवजा दे। वक्ताओं ने किसान आंदोलन के चालू रहने संबंधी स्थिति स्पष्ट की। नेताओं ने कहा कि जब तक एमएसपी व अन्य मांगों संबंधी लिखित रूप में स्थिति स्पष्ट नहीं होती, आंदोलन जारी रहेगा। सरकार मोर्चे की लीडरशिप को बातचीत के लिए आह्वान करे व अन्य मांगों पर अपना स्टैंड स्पष्ट करे। खेती कानून रद होने के बाद धरनाकारियों के हौंसले बुलंद हुए हैं व वह लंबे संघर्ष के लिए तैयार हैं। बलवंत सिंह, करनैल सिंह, नारायण दत्त, बाबू सिंह, प्रेमपाल कौर, बलवंत सिंह, बलवीर कौर, जरनैल सिंह, अमरजीत कौर, जसविदर सिंह ने कृषि मंत्री के उस बयान की चीरफाड़ की। जिसमें उसने पंजाब सरकार द्वारा 113 फसलों पर एमएसपी देने की बात कही है। उन्होंने कहा कि जब अन्य वादों पर खजाना खाली है का राग अलापने वाली सरकार 113 फसलों पर एमएसपी कैसे देगी। इसके लिए किए गए वित्तिय प्रबंध व रोड़मैप संबंधी बताया जाए। नरिदरपाल सिगला व गुरप्रीत संघेड़ा ने कविता व गीत सुनाए।