निकाय चुनाव को लेकर बढ़ी हलचल, पार्टियां उम्मीदवार उतारने की कर रही तैयारी
नगर कौंसिल के चुनाव 14 फरवरी को होने जा रहे हैं।
हेमंत राजू, बरनाला : नगर कौंसिल के चुनाव 14 फरवरी को होने जा रहे हैं। चुनाव की तारीख का एलान होते ही जिला बरनाला में चुनाव सरगर्मियां बढ़नी शुरू हो गई हैं। कौंसिल चुनाव लड़ने के इच्छुक उम्मीदवारों अपने-अपने वार्डो में घर-घर जा कर संपर्क करना शुरू कर दिया है। इन उम्मीदवारों में कुछ पुराने विजेता पार्षद हैं और कुछ हारे काउंसलर के अलावा कुछ नए चेहरे भी हैं।
कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल, आम आदमी पार्टी व भाजपा स्वतंत्र रूप से अपने उम्मीदवारों को चुनाव मैदान में उतारेगी। खास बात यह है कि सभी नेता विकास का राग अलाप कर चुनाव लड़ने की बात कह रहे हैं। जल्द होगी नामों की घोषणा
नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन मक्खन शर्मा ने कहा कि कांग्रेस तपा, धनौला, भदौड़ व बरनाला में उम्मीदवारों को उतार रही है, बस एक दो दिन में चुनाव लड़ने वाले सभी उम्मीदवारों का एलान कर दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस बार भी मुख्य मुद्दा विकास ही है। जिले में विकास पुरुष केवल सिंह ढिल्लों द्वारा बिना किसी भेदभाव से विकास कार्य करवाए गए हैं और आगे से भी विकास कार्य होंगे। चारों जगहों से उतारेंगे उम्मीदवार : धीरज
भाजपा नेता धीरज कुमार दद्धाहुर ने कहा कि इस बार चारों जगहों से भाजपा के उम्मीदवार नगर कौंसिल की चुनाव लड़ेंगे, इसके लिए बकायदा निरंतर बैठके भी हो रही है। उन्होंने कहा कि बाकी पार्टी हाईकमान जो भी आदेश देगी उस मुताबिक काम शुरु कर दिया जाएगा। शिअद ने की ली है तैयारी : यादविंदर
शिरोमणी अकाली दल बादल के शहरी प्रधान यादविदर सिंह बिट्टू ने कहा कि इस बार शिरोमणि अकाली दल सभी जगहों से अपने उम्मीदवार खड़ा करेगा और चुनाव लड़ेगा। गठबंधन टूटने से कोई खास फर्क नहीं पड़ेगा। विकास ही मुख्य मुद्दा रहेगा और अकाली दल बादल के उम्मीदवार बड़ी संख्या में वोट लेकर शानदार जीत हासिल करेंगे। चुनाव को लेकर पार्टियों की गतिविधियों पर नजर दौड़ाई जाए तो कांग्रेस, शिरोमणि अकाली दल (शिअद) और आम आदमी पार्टी (आप) सक्रिय हो चुकी है जबकि भाजपा अभी एक्टिव नहीं हुई है। नगर कौंसिल के चुनाव के लिए सत्तारूढ़ पार्टी कांग्रेस द्वारा भले ही पहले से तैयारी कर ली गई थी। परंतु विकास के मामले पर सरकार को घेरते हुए शिरोमणि अकाली दल द्वारा चुनाव में अपने वर्करों को भी लामबंद किया जा चुका है। गठबंधन टूटने के बाद भाजपा के आगे भी चुनाव किसी चेतावनी से कम नजर नहीं आ रहे, हालांकि भाजपा नेता का दावा है कि हाईकमान के आदेश पर प्रत्याशियों की सूची को अमलीजामा पहनाया जा रहा है। पिछली बार चारों निकायों पर था शिअद का कब्जा
बता दें कि पिछली नगर कौंसिल चुनाव में शिरोमणी अकाली दल बादल ने भदौड़, तपा, बरनाला व धनौला में जीत का परचम लहरा कर चारों नगर कौंसिलों पर कब्जा किया था। लेकिन इस बार सत्ता में कांग्रेस की सरकार है व कांग्रेसी नेता विकास का ढिढोरा भी खूब पीट रहे हैं। मगर अब देखना यह है कि इस बार लोग किस पार्टी के हक में अपना फतवा देते हैं यह तो आने वाली 17 फरवरी को ही पता चल पाएगा।