किसान संगठनों ने केंद्र के खिलाफ की नारेबाजी
रेलवे स्टेशन बरनाला पर किसानों ने कृषि कानून को रद्द करवाने के लिए तैयारी शुरू कर दी है।
संवाद सूत्र, बरनाला : रेलवे स्टेशन बरनाला पर किसानों ने कृषि कानून को रद्द करवाने के लिए भूख हड़ताल शुरू की हुई है। जिसके चलते यह भूख हड़ताल शनिवार को पांचवे दिन में शामिल हो गई। बता दें कि किसानों ने रेलवे स्टेशन पार्किग, आधार माल, बरनाला बाजाखाना रोड शापिग माल, धनौला, संघेड़ा, पेट्रोल पंप समेत बड़बर व महलकलां टोल प्लाजा पर पक्का मोर्चा लगाया हुआ है। किसान 73 दिनों से भाजपा के जिला प्रधान यादविदर शंटी व 56 दिनों से भाजपा पंजाब नेता अर्चना दत्त समेत जिले में 12 जगहों पर कृषि कानून को रद्द करवाने के लिए पक्का मोर्चा लगाए बैठे हैं। शनिवार को किसान संगठनों ने कहा कि केंद्र सरकार काले कानून पास करके किसानी को खत्म करने के रास्ते पर चल पड़ी है, जिसे किसी भी कीमत पर बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि कुछ भी हो किसान कृषि कानून को रद करवा कर ही दिल्ली से लौटेंगे।
इस मौके पर किसान नेताओं ने कहा कि किसानों के हौसले को किसी भी कीमत पर कम नहीं होने दिया जाएगा, क्योंकि किसानी पंजाब की जान है, और वे इसके साथ किसी तरह से अन्याय नहीं होने देंगे। क्योंकि केंद्र सरकार तरह तरह के कानून लाकर किसानों को कारपोरेट घरानों के हाथों सौंपना चाह रही है, इसलिए देश के हर किसान को धरने में पूरा समर्थन देना चाहिए। किसानों का साथ देने के लिए अब डाक्टर, वकील, व्यापारी व कारोबारी भी साथ दे रहे हैं। धरने में बैठे लोगों को पंजाब के किसान खाने पीने की वस्तुओं की कमी नहीं आने दे रहे हैं।