लिफाफे में आया ऑर्डर, शहर में 12 करोड़ के विकास कार्य ठप
बरनाला जिला बरनाला में नगर कौंसिल के 12 करोड़ की राशी से चल रहे विकास के कार्यो को ब्रेक लगा।
जागरण संवाददाता, बरनाला : नगर कौंसिल के 31 वार्डों के कुछ हिस्सों में 12 करोड़ से चल रहे विकास के कार्यो को लगभग ब्रेक लग चुकी है, क्योंकि नगर कौंसिल को पंजाब सरकार का एक पत्र मिला है, जिसमें नगर कौंसिल तहत शुरू किए सभी विकास कार्य बंद करने के निर्देश दिए गए थे। यह विकास के काम सरकार के पास फंड नहीं होने के चलते बंद करने के आदेश दिए गए हैं।
नगर कौंसिल द्वारा शहर में सीवरेज लाइन, गलियों, नालियों का निर्माण तथा इंटरलाकिंग टाइलों का काम करवाया जा रहा था, ताकि लोगों को बेहतर सुविधा मिल सके।
बरनाला से आप विधायक गुरमीत सिंह मीत हेयर ने कहा कि यह सब काम कमेटी के फंड से ही हो रहे थे, अथवा वित्त आयोग की ग्रांट से हो रहे हैं। पंजाब सरकार ने न तो पहले कोई ग्रांट दी है व न ही अब कोई ग्रांट दी है। फिर विकास के काम को लेकर पत्र कैसे जारी हो सकता है। उन्होंने कहा कि यह सब कुछ मौजूदा सरकार के लोकल नेता ही कर रहे हैं, क्योंकि वह काम पूरा होने पर जिन लोगों ने एमसी का चुनाव लड़ना है उनकों साथ लेकर रिबन काटकर अपनी शाबासी लेना चाहते हैं। जबकि उनका इन विकास कार्यों को करवाने में कोई भी रोल नहीं है। कमेटी के फंड से ही पहले भी विकास कार्य चलते आ रहे हैं व अब भी कमेटी के फंड से विकास चल रहे। इसमें पंजाब सरकार का कोई भी रोल नहीं है जानबूझकर लोगों को परेशान किया जा रहा है।
नगर सुधार ट्रस्ट के चेयरमैन मक्खन शर्मा ने कहा कि आप एमएलए गुरमीत सिंह मीत हेयर केवल राजनीति के लिए ऐसी बातें कर रहें हैं। आम आदमी पार्टी केवल फेस बुके, वाट्सएप व शोशल मीडिया पर ही ओछी राजनीति करने के लिए रह गई हैं, लोगों के दिए टेक्स से ही सरकार विकास कार्य करवाकर लोगों को सुविधा देती हैं। जब आर्थिक हालात ठीक हो जाएंगे तब फिर से विकास कार्य शुरू हो जाएंगे। पत्र आने की ईओ ने की पुष्टि
नगर कौंसिल बरनाला के ईओ सतीश कुमार गर्ग ने कहा कि उनको पंजाब सरकार का एक पत्र आया है, जिसमें सरकार के पास फंड नहीं होने का हवाला देकर चल रहे विकास कार्यो को रोकने का आदेश मिला है। इसी कारण वार्डो के कार्य रोके गए हैं।