किसानों के समर्थन में शिअद अमृतसर का धरना जारी
किसानों के समर्थन में शिअद अमृतसर द्वारा कृषि सुधार कानून के खिलाफ रेलवे स्टेशन पर लगाया धरना रविवार को पांचवें दिन भी जारी रहा।
जागरण संवाददाता, बरनाला : किसानों के समर्थन में शिअद अमृतसर द्वारा कृषि सुधार कानून के खिलाफ रेलवे स्टेशन पर लगाया धरना रविवार को पांचवें दिन भी जारी रहा। जिला प्रधान दर्शन सिंह व किसान विग के प्रधान गुरतेज सिंह ने कहा कि उनकी तरफ से किसानों को समर्थन दिया है। किसानों को दिल्ली पुलिस व हरियाणा सरकार केंद्र के इशारे पर रोक रही है जिसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। उन्होंने कहा कि अगर किसानों को दिल्ली जाने से रोका, तो मालगाड़ी की आवाजाही बंद कर दी जाएगी। उधर, संगरूर में नजूल जमीनों व तीसरे हिस्से की पंचायती जमीनों ठेके पर लेकर खेती करने वाले अनुसूचित जाति के लोगों ने केंद्र सरकार के खिलाफ किसानी संघर्ष का समर्थन करने का एलान कर दिया है। जमीन प्राप्ति संघर्ष कमेटी के जोनल प्रधान मुकेश मलोद व सचिव परमजीत कौर ने कहा कि केंद्र सरकार द्वारा अपने फासीवादी एजेंडे के तहत लोक विरोधी कानून लागू कर हर वर्ग को निशाना बनाया जा रहा है। पहले कश्मीर में धारा 370 व 35 ए तोड़ना, बुद्धिजीवियों पर झूठे मामले दर्ज करना, छात्रों के संघर्ष को कुचलना, किरत कानून में संशोधन के नाम पर मजदूरों के अधिकारों को छीनना व खेती विरोधी व जमाखोरी को मान्यता देने जैसे कानून पास करके कारपोरेट घरानों को लाभ पहुंचाना चाहती है। उन्होंने बताया कि बिजली बिल 2020 के खिलाफ देश भर के किसान दिल्ली की घेराबंदी करके ऐतिहासिक संघर्ष शुरू कर चुके हैं। मोदी व केंद्र के खिलाफ किसानों का संघर्ष केवल किसानों का न रह मजदूरों, छात्रों, नौजवानों सहित किरती लोगों को भी बन गया है। उन्होंने कहा कि भाजपा सरकार के हिन्दू राष्ट्र के एजेंडे के तहत लोगों को धर्म, जात के नाम पर बांटने की कोशिश को किसी भी कीमत पर सफल नहीं होने दिया जाएगा। दिल्ली में मोर्चे पर डटे किसानों के समर्थन में गांवों से व्यक्तियों के लेजाने सहित राशन, फंड एकत्रित करके किसानों के मोर्चे में पहुंचाया जाएगा।