Move to Jagran APP

किसानों ने रोका बठिंडा-चंडीगढ़ मुख्य मार्ग

बारदाने की कमी को दूर करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने बुधवार को बरनाला-हंडियाया मार्ग पर यातायात अवरुद्ध कर रोष-प्रदर्शन किया

By JagranEdited By: Published: Wed, 21 Apr 2021 04:51 PM (IST)Updated: Wed, 21 Apr 2021 04:51 PM (IST)
किसानों ने रोका बठिंडा-चंडीगढ़ मुख्य मार्ग
किसानों ने रोका बठिंडा-चंडीगढ़ मुख्य मार्ग

हेमंत राजू, बरनाला :

loksabha election banner

बारदाने की कमी को दूर करने की मांग को लेकर संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्यों ने बुधवार को बरनाला-हंडियाया मार्ग पर यातायात अवरुद्ध कर रोष-प्रदर्शन किया। धरने को संबोधित करते बलवंत सिंह उप्पली, करनैल सिंह गांधी, गुरदेव सिंह, उजागर सिंह बेहला, नारायण दत्त, दर्शन सिंह, नछतर सिंह, मनजीत राज, गुरचरण सिंह, बाबू सिंह, मेला सिंह, परमजीत कौर, गुरदर्शन सिंह ने कहा कि किसान नहीं चाहते कि वह यातायात बाधित कर राहगीरों को परेशान करें, लेकिन उन्हें यह कदम मजबूरी में उठाना पड़ रहा है। सरकार के कानों तक आवाज पहुंचाने के लिए किसानों को धरने देने को मजबूर होना पड़ रहा है।

उन्होंने कहा कि मंडियों में बारदाने की कमी के कारण किसानों को अपनी फसल बेचने के लिए काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। किसानों के अनाज का एक-एक दाना खरीदने का दावा करने वाली सरकार से बारदाने का प्रबंध भी सही से नहीं हुआ। सरकार को छह माह पहले ही पता था कि कि मंडियों में किसानों को बारदाने की जरूरत पड़ेगी।

प्रदर्शनकारी किसानों ने कहा कि पंजाब में गेहूं के सीजन के लिए बारदाने की पांच लाख गांठों की जरूरत है, जबकि अब तक केवल 1.35 लाख गांठ बारदाना ही सप्लाई किया गया है। किसान नेताओं ने कहा कि असल में सरकार किसानों की फसल खरीदना ही नहीं चाहती। नेताओं ने सरकार को चेतावनी देते कहा कि वह जल्द से जल्द बारदाने का प्रबंध करवाए नहीं तो सड़कें जाम करने के संकेतक कदम को पक्के धरने में तबदील कर दिया जाएगा।

जिले के कस्बा धनौला में अनाज मंडियों में गेहूं की भराई के लिए बारदाने की कमी के चलते भारतीय किसान यूनियन उगराहां की अगुआई में किसानों ने बठिंडा- चंडीगढ़ मुख्य मार्ग पर चक्का जाम कर दिया। इसी तरह संघेड़ा, टल्लेवाल आदि जगहों पर भी जाम लगाकर पंजाब सरकार व विभिन्न खरीद एजेंसियों के खिलाफ किसानों ने रोष-प्रदर्शन किया। बठिंडा-चंडीगढ़ मुख्य मार्ग के बाधित होने से इस मार्ग से गुजरने वाले राहगीरों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ा। लंबे रूट की बसों को पुलिस द्वारा ग्रामीण क्षेत्रों से निकाला जा रहा हैं। किसानों का यह धरना देर शाम खबर लिखे जाने तक जारी जारी। डीएसपी बरनाला लखबीर सिंह टिवाणा ने बताया कि पुलिस थाना धनौला के प्रभारी इंस्पेक्टर विजय कुमार के अनुसार भारतीय किसान यूनियन उगराहां व अन्य किसानों ने कहा है कि गांव हरीगढ़ व अन्य क्षेत्रों की अनाज मंडियों में गेहूं की भराई के लिए बारदाने की कमी है। जिस कारण किसानों की गेहूं भी खुले आसमान में भीग रही हैं परंतु सरकार किसानों की फसल की संभाल व मंडियों के प्रबंधों की तरफ कोई ध्यान नहीं दे रही है। उन्होंने बताया कि इसी प्रकार जिले की विभिन्न मंडियों में बारदाने की कमी के कारण जगह जगह पर रोष धरने लगाए गए हैं।

नया बारदाना आने तक पुराना बारदाना का करें प्रयोग : डीसी

डीसी बरनाला तेज प्रताप सिंह फुलका ने विभिन्न खरीद एजेंसियों को आदेश जारी कर दिए हैं कि जब तक नया बारदाना नहीं आता है तब तक खरीद एजेंसियां पुराना बारदाना प्रयोग कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि किसानों को मंडियों में किसी तरह की दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। किसानों की समस्या का जल्द से जल्द हल करवाया जाएगा।

भदौड़ में मार्केट कमेटी के चेयरमैन को बनाया बंधक

इसी तरह भदौड़ की अनाज मंडी में बारदाने की कमी के रोष में भारतीय किसान यूनियन एकता उगराहां ने चमकौर सिंह के नेतृत्व में मार्केट कमेटी दफ्तर का घेराव कर चेयरमैन सहित समूह स्टाफ को बंधक बनाकर रखा। किसानों ने कहा कि जब तक बारदाने की समस्या का हल नहीं होगा, तब तक किसी भी कर्मचारी को बाहर नहीं आने दिया जाएगा। जब मार्केट कमेटी के सचिव सुखचैन सिंह रौंता से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि वह दो बार पनग्रेन, मार्कफेड और वेयर हाउस खरीद एजेंसियों को बारदाना भेजने के लिए कह चुके हैं। इसके अलावा आढ़तियों से भी कहा गया है कि वह अपने पास पड़े बारदाने में से 25 फीसदी किसानों के लिए उपयोग करें। इस मौके गुरचरण सिंह, भोला सिंह, मिट्ठू सिंह आदि उपस्थित थे।

हंडियाया में मार्कमेड के इंस्पेक्टर को घेरा

हंडियाया के गांव खुड्डी कलां की अनाज मंडी में भी किसानों द्वारा मार्कफेड के इंस्पेक्टर का घेराव कर धरना दिया। धरने को संबोधित करते हए किसान हरमेल सिंह, गुरजंट सिंह, मुख्तियार सिंह, कर्म सिंह, आत्मा सिंह, जस्सा सिंह, लाभ सिंह और रणजोध सिंह ने कहा कि वह विगत आठ अप्रैल से मंडी में अपना अनाज फसलों में लेकर बैठे हैं, कितु अभी तक उनकी फसल की बोली नहीं हुई है। उन्होंने कहा कि मंडी में बारदाने की भी कमी है, जिसके चलते किसानों को परेशानी पेश आ रही है। विगत दो दिनों से मौसम में आए बदलाव ने भी उनकी चिता बढ़ा दी है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.