Move to Jagran APP

राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर करतार सिंह सराभा को नमन किया

प्रोग्रेसिव सीनियर सिटीजन सोसायटी बरनाला ने शहीद करतार सिंह सराभा को नमन किया।

By JagranEdited By: Published: Mon, 16 Nov 2020 03:37 PM (IST)Updated: Mon, 16 Nov 2020 03:37 PM (IST)
राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर करतार सिंह सराभा को नमन किया
राष्ट्रीय प्रेस दिवस पर करतार सिंह सराभा को नमन किया

संवाद सूत्र, बरनाला : प्रोग्रेसिव सीनियर सिटीजन सोसायटी बरनाला ने शहीद करतार सिंह सराभा के शहीदी दिवस को राष्ट्रीय प्रेस दिवस के रूप में मनाया। इस दौरान सुखविदर सिंह भंडारी व सचिव कर्मजीत सिंह असपाल ने बताया कि करतार सिंह सराभा शिक्षा के लिए अमेरिका पहुंचे, वे वहां पर गदर लहर के संपर्क में आए, जिसका नेतृत्व सोहन सिंह भकना व लाला हरदियाल कर रहे थे। करतार सिंह सराभा गदर पार्टी के लोक नायक के रूप में उभरकर सामने आए व गदर लहर के समाचार पत्र के संपादक बने। अंग्रेज सरकार ने डरते हुए करतार सिंह सराभ को विभिन्न आरोपों के तहत 16 नवंबर 1915 को लाहौर की सेंट्रल जेल में फांसी पर लटका दिया था। उन्होंने कहा कि आज भी प्रेस की आजादी व सुरक्षा पर खतरा मंडरा रहा है। यूनेस्को की रिपोर्ट के मुताबिक पिछले पांच वर्षो में 40 पत्रकारों की हत्या हुई व 200 के करीब घायल हुए। मीडिया की आजादी के मामले में भारत 180 देशों में 142वें स्थान पर है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय स्तर पर भी पत्रकारिता की आजादी के लिए सख्त कानून बनाए जाने चाहिए। जिससे मीडिया की आजादी पर किसी तरह की आंच न आने पाए, क्योंकि मीडिया की आवाज दबने का मतलब है आम आदमी की आवाज दब जाएगी। आज मीडिया भी तमाम मुश्किलों का सामना कर रही है।

loksabha election banner

इस अवसर पर केवल कृष्ण गर्ग, अश्वनी कुमार शर्मा, तारा चंद, दर्शन सिंह, महिदर पाल गर्ग, मनीश बांसल, बलवीर सिंह भंडारी, सरुप चंद वर्मा, तेजिदर सिंह चंडोहक, प्यारा लाल रायसर व राकेश कुमार हेड़ीके के अलावा अन्य सदस्य उपस्थित थे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.