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यूथ अकाली वर्करों ने फूंका मंत्री धर्मसोत का पुतला

। शिरोमणि युवा अकाली दल ने कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत की ओर से पोस्ट मेट्रिक स्कॉलरशिप में कथित घपलेबाजी करके करोड़ों रुपयों का गबन करने के विरोध में प्रदर्शन किया।

By JagranEdited By: Published: Wed, 02 Sep 2020 11:32 PM (IST)Updated: Wed, 02 Sep 2020 11:32 PM (IST)
यूथ अकाली वर्करों ने फूंका  मंत्री धर्मसोत का पुतला
यूथ अकाली वर्करों ने फूंका मंत्री धर्मसोत का पुतला

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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शिरोमणि युवा अकाली दल ने कैबिनेट मंत्री साधू सिंह धर्मसोत की ओर से पोस्ट मेट्रिक स्कॉलरशिप में कथित घपलेबाजी करके करोड़ों रुपयों का गबन करने के विरोध में प्रदर्शन किया।

स्थानीय कचहरी चौक में युवा अकाली दल के कार्यकर्ताओं ने मंत्री धर्मसोत का पुतला फूंकते हुए मांग की कि उन्हें तुरंत मंत्री पद से हटाया जाए और उसके खिलाफ एफआइआर दर्ज की जाए। वर्करों ने यह मांग भी की कि अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के वजीफे की जो राशि हड़पी गई है, उसकी वसूली धर्मसोत से निजी रूप में की जाए। प्रदर्शनकारियों ने कहा कि घोटाले की जांच पंजाब सरकार की मुख्य सचिव की जगह केंद्र सरकार सीबीआइ से करवाए।

प्रदर्शनकारियों को संबोधित करते हुए अकाली दल शहरी इकाई के अध्यक्ष गुरप्रताप सिंह टिक्का और युवा विग के वरिष्ठ नेता किरणप्रीत सिंह मोनू ने कहा कि पंजाब के इतिहास के पहली बार हुआ है कि राज्य का ही एक कैबिनेट स्तर का मंत्री अनुसूचित जाति के विद्यार्थियों के वजीफे की राशि फर्जी बैक खातों के माध्यम से डकार गया। जब से पंजाब में कांग्रेस पार्टी की सरकार सत्ता में आई है तब से ही अनुसूचित जातियों के विद्यार्थियों को वजीफा नहीं मिला। बल्कि केंद्र सरकार की ओर से इन श्रेणियों के विद्यार्थियों को दी जानी वाली वजीफा राशि के करोड़ों रुपये हड़प लिए गए। इस घोटाले के लिए विभाग के मंत्री साधू सिंह धर्मसोत पूरी तरह जिम्मेवार हैं।

अकाली नेताओं ने कहा कि राज्य सरकार अपने मंत्री को बचाना चाहती है इसीलिए इस मामले को रफादफा करने के लिए राज्य की मुख्य सचिव को जांच अधिकारी नियुक्त किया गया है। आज तक राज्य सरकार की ओर से जितनी की जांच करवाए गई, उसका कोई सार्थिक परिणाम नहीं निकला है। बल्कि हमेशा ही जांच के नाम पर असल दोषियों को बचाया जाता रहा है। इस मामले में अकाली दल किसी भी कीमत पर दोषियों का बचाव नहीं होने देगा। उनकी मांग है कि जांच सीबीआइ से करवाई जाए। इस दौरान युवा अकाली दल के नेताओं दिलबाग सिंह , सुखबीर सिंह सोनी, प्रिस सोनी, सुखबीर सिंह सोनी, विकास गिल, लाडी भुल्लर , बिक्रम सिंह वेरका आदि मौजूद थे।


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