युवाओं व बच्चों को सिख धर्म के साथ जोड़ने में महिलाएं आएं आगे: जगीर कौर
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अध्यक्ष जगीर कौर ने कहा कि बच्चों व युवाओं को सिख विरसे व धर्म के साथ जोड़ना समय की जरूरत है।
जागरण संवादाता, अमृतसर
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी की अध्यक्ष जगीर कौर ने कहा कि बच्चों व युवाओं को सिख विरसे व धर्म के साथ जोड़ना समय की जरूरत है। इस में महिलाएं मुख्य भूमिका निभा सकती हैं।
जगीर कौर एसजीपीसी की ओर से गुरु तेग बहादुर जी के प्रकाश स्थान कस्बा बाबा बकाला में आयोजित विशाल गुरमति कार्यक्रम के दौरान महिलाओं को संबोधित कर रही थी। गुरु साहिब के प्रकाश पर्व के उपलक्ष्य में बाबा बकाला में तीन दिवसीय कार्यक्रम आयोजित किया जा रहा है। कार्यक्रम के दूसरे दिन माता गुजरी जी की याद में महिला गुरमति कार्यक्रम आयोजित किया गया था।
जगीर कौर ने कहा कि गुरु तेग बहादुर जी ने सिख धर्म के साथ साथ हर वर्ग का प्रतिनिधित्व किया, जिस की मिसाल कश्मीरी पंडितों का धर्म बचाना भी था। नौवें पातशाह के साथ साथ माता गुजरी जी का भी सिख धर्म के इतिहास में बड़ा योगदान है। बच्चों व युवाओं को सिखी के साथ जोड़ना महिलाओं की विशेष जिम्मेवारी है, जिस के प्रति महिलाओं को चेतन होना होगा। महिलाओं को परिवार स्तर पर सिखी के प्रचार के लिए आगे आना चाहिए। गुरु साहिब के समय से ही महिलाओं की धर्म के लिए विशेष भूमिका व योगदान रहा है। महिलाएं ही बच्चों को गुरबाणी के साथ सही ढंग से जोड़ सकती है। गुरु साहिब का प्रकाश पर्व दिवस महिलाओं के लिए यह जिम्मेवारी निभाने का सही मौका है।
कार्यक्रम के दौरान श्री हरिमंदिर साहिब के हजूरी रागी कारज सिंह , भाई सुखजिदर सिंह, बाबा बकाला के गुरुद्वारा के हजूरी रागी भाई रेशम सिंह, भाई हरजीत सिंह, बीबी रविदर कोर पटियाला, बीबी अमरजीत कौर के जत्थों ने भी गुरबाणी कीर्तन किया। बीबी राजवंत कौर के ढाडी जत्थे ने संगत को सिख इतिहास के साथ जोड़ा। इस मौके पर बीबी हरप्रीत कौर , प्रताप सिंह, कुलविदर सिंह रमदास ,एसजीपीसी के सदस्य बलजीत सिंह जलाल उसमा, करनैल सिंह डोगरांवाली, भाई राम सिंह, जोगिदर कौर बठिडा, दविदर कौर, गुरविदर कौर, दलजीत कौर, कृष्णा शर्मा, रविदर कौर, जतिदर कौर, सतिदर सिंह बाजवा, मनमोहन सिंह, सुरजीत सिंह, जसपाल सिंह, जतिदर सिंह, सर्बजीत सिंह धुंधा, करतार सिंह, जगदीश सिंह आदि भी मौजूद थे।