तस्करी के पांच केस, स्वजनों का आरोप हिरासत में लेकर युवक को सूए से गोदा
तस्करी के मामले में युवक को पुलिस चौकी में लाकर सूए से गोदने का मामला सामने आया है। हालांकि पुलिस ने इस तरह के आरोपों से इन्कार किया है। एसीपी मंगल सिंह ने बताया कि मामले की जांच करवाई जाएगी।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : तस्करी के मामले में युवक को पुलिस चौकी में लाकर सूए से गोदने का मामला सामने आया है। हालांकि पुलिस ने इस तरह के आरोपों से इन्कार किया है। एसीपी मंगल सिंह ने बताया कि मामले की जांच करवाई जाएगी।
गुज्जरपुरा निवासी जीत सिंह ने पुलिस पर आरोप लगाया कि कुछ मुलाजिमों ने शुक्रवार की देर रात उनके बेटे साहिब सिंह को अवैध हिरासत में रखा और शारीरिक यातनाएं दी। पीड़ित परिवार का आरोप है कि सब इंस्पेक्टर विनोद कुमार ने साहिब सिंह को सूए से बुरी तरह के गोद डाला। घटना के बारे में पता चलते ही गुज्जरपुरा के लोगों ने बीती रात पुलिस चौकी को चारों तरफ से घेर लिया।
पीड़ित के परिवार ने बताया कि शुक्रवार को पुलिस ने विनोद कुमार को बेवजह काबू कर लिया था। जब वह थाने पहुंचे उसके बारे में कुछ नहीं बताया गया। वह रात तक बेटे की तलाश में कई थानों में भटकते रहे। रात को उन्हें पता चला कि गुज्जरपुरा पुलिस चौकी के कर्मियों ने साहिब सिंह को अपने पास अवैध हिरासत में रखा है। उन्होंने ने अपने रिश्तेदारों, सगे संबंधियों और पड़ोसियों को पुलिस की उक्त गुंडागर्दी के बारे में बताया तो सभी ने देर रात पुलिस चौकी के बाहर धरना लगा दिया। परिवार ने आरोप लगाया कि पुलिस ने अवैध हिरासत में साहिब सिंह को बुरी तरह से टार्चर किया। उस को बर्फ तोड़ने वाले सूए बुरी तरह से गोदा गया। फिर जब इलाके के लोगों ने प्रदर्शन किया तो पुलिस चुपचाप उसे घर के बाहर फेंककर फरार हो गए। आरोपित को घर पहुंचाने की वीडियोग्राफी करवाई गई थी : एसआइ
उधर, एसआइ विनोद कुमार ने आरोप को सिरे से नकारा है। उन्होंने बताया कि गुज्जरपुरा निवासी साहिब सिंह शराब का अवैध कारोबार करता है। उसके खिलाफ पहले से शराब तस्करी के पांच मामले दर्ज हैं और वह जमानत पर लौटा है। बीते दिन संदेह के आधार पर उसे पुलिस चौकी लाया गया था। देर रात सुरक्षित हालत में उसके परिवार के सुपुर्द कर दिया था। इस बाबत पुलिस कर्मियों ने परिवार के सुपुर्द करते हुए वीडियोग्राफी भी की थी। जो साबित करती है कि साहिब सिंह और उसके समर्थक अवैध शराब को इलाके में बढ़ावा देना चाहते है।