पंथक कार्यों में सिख जत्थेबंदियों व देश विदेश की संगत का लेंगे सहयोग: धामी
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एडवोकेट हरजिदर सिंह धामी ने अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अपने कार्यालय पहुंचे।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एडवोकेट हरजिदर सिंह धामी ने अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार अपने कार्यालय पहुंचे। इस दौरान उनकी ओर से एसजीपीसी के अधिकारियों के साथ मुलाकात की।
उन्होंने कहा कि एसजीपीसी की आज तक जिन शख्सियतों के पास कमांड रही है उनसे मार्गदर्शन लेकर संस्थान के विकास के लिए अहम योगदान डालना समय की जरूरत है।
धामी ने कहा कि एसजीपीसी सिखों की प्रतिनिधि संस्था है। जिस के 101 वर्ष का सुनहरा इतिहास है। एसजीपीसी की स्थापना का मूल उद्देश्य चाहे पहले कुछ और था परंतु गुरुद्वारों की सेवा व संभाल के लिए एसजीपीसी का योगदान अहम है। भविष्य में गुरुद्वारों के प्रबंधों और अधिक सुधार लाने के लिए और कार्य कि जाएंगे। एसजीपीसी के पंथक कार्यों में हर सिख जत्थेबंदी और देश विदेश की संगत का सहयोग लिया जाएगा। मौजूदा समय संवाद का समय है। सिख जवानी को अपने विरसे के साथ जोड़ने के लिए विचारों को प्रमुखता दी जाएगी।
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी के नव निर्वाचित अध्यक्ष धामी का कार्यालय पहुंचने पर एसजीपीसी के विभिन्न विभागों के अधिकारियों और कर्मचारियों ने भव्य स्वागत किया। इस दौरान पूर्व वरिष्ठ उपाध्यक्ष सुरजीत सिंह भिट्टेवड्ड, रजिदर सिंह मेहता, एडवोकेट भगवंत सिंह सियालका, हरजाप सिंह सुलतानविड, भाई राम सिंह, मगविदर सिंह खापड़खेडी, महिदर सिंह आहली, सुखदेव सिंह भूराकोहना, प्रताप सिंह ,बिजै सिंह, सतबीर सिंह धामी, कुलविदर सिंह रमदास, हरजीत सिंह लालू घुम्मन, मुख्तार सिंह, बलविदर सिंह काहलवां, तेजिदर सिंह पड्डा, सुखलखन सिंह भंगाली, बीबी सतवंत कौर, ज्ञानी जसवंत सिंह, मलकीत सिंह बहिड़वाल आदि भी मौजूद थे।