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बायोमीट्रिक मशीनों के जरिए बंटेगा गेहूं, पैसे जमा करवाने लगे डिपो होल्डर

। जिले में आटा-दाल स्कीम के तहत गरीबों को दो रुपये प्रति किलो गेहूं का कोटा जारी किए जाने की घोषणा से लोगों को राहत मिली है।

By JagranEdited By: Published: Wed, 29 Jan 2020 12:28 AM (IST)Updated: Wed, 29 Jan 2020 12:28 AM (IST)
बायोमीट्रिक मशीनों के जरिए बंटेगा  गेहूं, पैसे जमा करवाने लगे डिपो होल्डर
बायोमीट्रिक मशीनों के जरिए बंटेगा गेहूं, पैसे जमा करवाने लगे डिपो होल्डर

जागरण संवाददाता, अमृतसर

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जिले में आटा-दाल स्कीम के तहत गरीबों को दो रुपये प्रति किलो गेहूं का कोटा जारी किए जाने की घोषणा से लोगों को राहत मिली है। पंजाब सरकार ने अक्टूबर 2019 से मार्च 2020 तक गेहूं का कोटा स्मार्ट कार्ड के तहत बांटे जाने का एलान किया था। जून 2019 में शुरु हुई नीले कार्डों की जांच का काम मुकम्मल नहीं होने पर गरीब लोग कोटे की उम्मीद खोने लगे थे। लेकिन प्रशासन की नई सूचना पाकर उनके चेहरे खिल गए हैं। वहीं दूसरी तरफ डिपो होल्डरों ने गेहूं का कोटा रिलीज करवाने के लिए मंगलवार से पैसे जमा करवाना शुरू कर दिए हैं ताकि गोदामों से गेहूं उठवा कर लोगों में बांट सकें।

जिले में हैं तीन लाख से ज्यादा कार्डधारक

जानकारी के मुताबिक जिले में गरीबी रेखा से नीचे रहने वाले और नीले कार्डधारी परिवारों की संख्या तीन लाख से ज्यादा है। इनमें से करीब दो लाख लाभपात्रियों के फार्म विभाग के पास पहुंच चुके हैं। इनमें से करीब सवा लाख नीले कार्डों की जांच व अंतिम मंजूरी के बाद आंकड़ा विभाग की साइट पर अपलोड किया जा सका है। जबकि अन्य नीले कार्डों की जांच अभी की जानी है और अभी भी कई लोग अपने फार्म विभाग में जमा करवा रहे हैं।

तीन बार कोटा नहीं लेने वालों का नहीं मिलेगा गेहूं

पंजाब सरकार की तरफ से जारी गेहूं के कोटे को उन लाभपात्रियों के बीच बांटा जाएगा, जो लगातार दो रुपये प्रति किलो गेहूं ले रहे हैं। यह कोटा नीले कार्डों पर हर छह माह बाद सरकार जारी करती है। सरकार ने इसे लेकर फूड एंड सिविल सप्लाई विभाग को नए आदेश जारी किए हैं। जिनमें कहा गया है कि जिन लाभपात्रियों ने पिछले तीन बार बांटे गए गेहूं का कोट नहीं लिया उन्हें एनईआर (नान इलिजिबल फार राशन) की लिस्ट में डाला जाए और उन्हें गेहूं नहीं दी जाए। सरकार ने कोटा जारी कर दिया है इलेक्ट्रोनिक प्वाइंट आफ सेल (ईपॉस, आधार कार्ड से लिकड, बायोमेट्रिक्स) के जरिए कोटा आबंटित किया जाएगा। विभागीय इंस्पेक्टरों को हिदायतें दे दी गई हैं। डिपो होल्डर इसके लिए पैसे जमा करवा रहे हैं। अगले एक-दो दिनों में गोदाम से गेहूं का कोटा डिपो होल्डरों को उठवा दिया जाएगा।

-लखविदर सिंह, जिला खाद्य एवं आपूर्ति कंट्रोलर, अमृतसर।


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