जिले में पहुंची 6447 टन गेहूं, 2497 टन खरीदी एजेंसियों ने
मौसम बदलने के साथ-साथ जिले की मंडियों में गेहूं की आमद तेज होनी शुरू हो गई है। जिले की सबसे बड़ी अनाजमंडी भगतांवाला में शुक्रवार को 6 हजार क्विंटल गेहूं मंडियों में पहुंचा जिसमें से सौ क्विंटल की खरीद पहले दिन मार्कफेड ने की।
पंकज शर्मा, अमृतसर : मौसम बदलने के साथ-साथ जिले की मंडियों में गेहूं की आमद तेज होनी शुरू हो गई है। जिले की सबसे बड़ी अनाजमंडी भगतांवाला में शुक्रवार को 6 हजार क्विंटल गेहूं मंडियों में पहुंचा, जिसमें से सौ क्विंटल की खरीद पहले दिन मार्कफेड ने की। अब तक दानामंडी भगतांवाला में 8500 क्विंटल गेहूं मंडी में पहुंच चुकी है।
वहीं अमृतसर जिले की मंडियों में शुक्रवार तक 6447 टन गेहूं आ चुका है, जिसमें से अलग अलग एजेंसियों ने 2497 टन गेहूं की खरीद की है। शुक्रवार को ही जिले की मंडियों में 3186 टन गेहूं पहुंचा, जिसमें से 1805 टन गेहूं अलग अलग सरकारी व निजी एजेंसियों ने खरीदा। जिले में प्रशासन ने 57 खरीद सेंटर स्थापित किए है।
मौसम में आ रही तबदीली को देखते हुए भी किसानों द्वारा जल्दी गेहूं मंडियों में लाना शुरू कर दिया गया है। इसके चलते किसान मंडियों में 15 प्रतिशत से 22 प्रतिशत तक नमी वाला गेहूं भी मंडियों में लाने लग पड़े है। सरकारी एजेंसियों द्वारा सिर्फ 12 प्रतिशत नमी वाला गेहूं ही खरीदा जा रहा है। मार्कफेड ने सरकार की ओर से तय किए गए रेट 1975 रुपये प्रति क्विंटल के रेट से गेहूं की खरीद की है। खरीदे गए गेहूं की अदायगी किसानों के बैंक खातों में सीधी की जाएगी। 72 घंटों के भीतर लिफ्टिंग को लेकर विशेष जोर दिया गया अमृतसर गल्ला आढ़ती एसोसिएशन के अध्यक्ष अमनदीप सिंह छीना ने कहा कि जिला प्रशासन के अधिकारियों, फूड व सिविल सप्लाई के जिला फूड कंट्रोल, अलग-अलग एजेंसियों के अधिकारियों के साथ शुक्रवार को बैठक के बाद ही गेहूं की खरीद मंडी में शुरू की गई है। आढ़तियों की अलग अलग मांगों व खासकर 72 घंटों के भीतर लिफ्टिंग को लेकर विशेष जोर दिया गया है। ट्रांसपोर्ट ठेकेदारों ने अधिकारियों के समक्ष आश्वासन दिया है कि 72 घंटों में सरकारी खरीद का लिफ्टिग कर दी जाएगी। आढ़ती प्रशासन को खरीद में पूर्ण सहयोग देंगे
अमनदीप सिंह छीना ने कहा कि गेहूं जब मंडी में आती है तो उसका बारिश आदि के बचाव करने की जिम्मेदारी आढ़ती की होती है। भगतांवाला मंडी में तीन बड़े शैड है। वहीं खुली जगह पर पड़े गेहूं को संभालने के लिए आढ़तियों ने तरपालों आदि के पूरे प्रबंध किए है। जब गेहूं को कोई सरकारी या निजी एजेंसी खरीद कर बोरियों में भर लेती है तो इसके बाद उसके खराब होने की जिम्मेदारी खरीददार एजेंसी की होती है। आढ़तियों और एजेंसियों की ओर से गेहूं को बारिश आदि से बचाने के लिए सभी आवश्यक प्रबंध किए हुए है। आढ़ती प्रशासन को खरीद में पूर्ण सहयोग देंगे। मंडियों में आवश्यक प्रबंध किए गए जिला मंडी अफसर अमनदीप सिंह ने कहा कि मंडियों में आवश्यक प्रबंध विभाग में मार्केट कमेटी के साथ मिलकर किए हुए है। किसानों को किसी भी तरह की मुश्किल आती है तो वह मंडी में ही स्थापित सहायता केंद्र में संपर्क कर सकते है। सहायता केंद्र 24 घंटे खुला रहता है। सरकारी खरीद पोर्टल पर डाटा अपडेट आढ़ती और सरकारी एजेंसियों के अधिकारी करते है। अगर फिर भी कोई मुश्किल आए तो उनकी सहायता के लिए मार्केट कमेटी और मंडी बोर्ड के अधिकारी तैनात किए गए है।