शिरोमणि अकाली दल को बदनाम करने की साजिश में कैप्टन के साथ केजरीवाल भी शामिल: मजीठिया
अमृतसर में अकाली दल नेता विक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि पूर्व पुलिस अफसर कुंवर विजय प्रताप सिंह का आप में शामिल होना साबित करता है कि अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ बेअदबी के मामलों में शिअद को बदनाम करने की साजिश रची है।
अमृतसर, जेएनएन। पूर्व मंत्री बिक्रम सिंह मजीठिया ने कहा कि पूर्व पुलिस अफसर कुंवर विजय प्रताप सिंह का आम आदमी पार्टी में शामिल होना साबित करता है कि दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह के साथ मिलकर बेअदबी के मामलों में शिरोमणि अकाली दल को बदनाम करने की साजिश रची है।
सोमवार को मीडिया से बातचीत में मजीठिया ने कहा कि आम आदमी पार्टी और कांग्रेस पार्टी के बीच मिलीभगत का इससे बड़ा सबूत नही हो सकता। आज जो हुआ वह केजरीवाल और कैप्टन के आपसी समझौते को साबित करता है। यही कारण है कि आप को छोड़ कुछ विधायक कांग्रेस में चले गए परंतु उनके खिलाफ दल बदली कानून के तहत कोई कार्रवाई नहीं हुई। अब फिर आप तथा कांग्रेस शिरोमणि अकाली दल को दरकिनार करने के लिए मिलीभगत कर ली है। यही वजह है कि केजरीवाल ने पंजाब के दौरे के दौरान कैप्टन अमरिंदर सिंह के खिलाफ एक शब्द भी नही बोला था।
कुंवर का करवाया जाए नार्को टेस्ट
कुंवर के आप में शामिल होने के घटनाक्रम को काले दिवस के रूप में मनाते हुए मजीठिया ने कहा कि यह बेहद दुर्भाग्यपूर्ण है कि एक पूर्व अधिकारी ने कोटकपुरा गोलीकांड की पक्षपातपूर्ण तथा राजनीति से प्रेरित जांच करने के लिए अपने पद का दुरुपयोग किया। उसे आप ने गुरु नाम लेवा संगत की इच्छाओं के विपरीत सम्मानित किया गया। आज के घटनाक्रम ने साबित कर दिया है कि कुंवर विजय प्रताप सिंह सह-षडयंत्रकारी थे तथा उनके खिलाफ मामला दर्ज करने तथा मामले की तह तक जाने के लिए उनका नार्को टेस्ट कराना बेहद आवश्यक है। आप-कांग्रेस की मिलीभगत को उजागर करने के लिए पूर्व पुलिस अधिकारी को हिरासत में लेकर पूछताछ किए जाने की आवश्यकता है।
राजनीति से प्रेरित थी बेअदबी मामले की जांच
मजीठिया ने कहा कि केजरीवाल के साथ साथ कैप्टन अमरिंदर सिंह, सुनील जाखड़ और यहां तक कि सोनिया गांधी सहित आप तथा कांग्रेस के नेताओं द्वारा करवाई गई बेअदबी मामले की जांच राजनीति से प्रेरित थी। इस साजिश के कारण ही आम आदमी पार्टी के साथ साथ कांग्रेस पार्टी ने कुंवर विजय प्रताप का तब बचाव किया जब उन्हे चुनाव आयोग, विशेष जांच दल (एसआईटी) के उनके अपने साथियों के साथ साथ पंजाब तथा हरियाणा उच्च न्यायालय ने दोषी ठहराया था। उच्च न्यायालय ने कुंवर को दोषी ठहराते हुए यह भी स्पष्ट कर दिया था कि उन्होने राजनीति में प्रवेश करने के लिए यह सब किया है। यह आज सिद्ध हो गया है।
मजीठिया ने कहा कि यह निंदनीय है कि केजरीवाल पंजाब में अपने मुख्यमंत्री पद के लिए उम्मीदवार के रूप में सिख चेहरा लाने की बात कर रहे हैं, लेकिन राज्य में तीन बार सरकार बनने के बाजजूद दिल्ली में एक बार भी सिख चेहरा को आगे नहीं लाया गया है। हम ऐसी पार्टी से किसी भी न्याय की उम्मीद कैसे कर सकते हैं जो अभी तक उन उम्मीदवारों को न्याय नहीं दे रही है, जिन्हें दिल्ली से भेजे एजेंटों द्वारा लूटा गया था, जिन्होने महिलाओं को शोषण किया था। केजरीवाल ने किसान आंदोलन के शहीदों के बारे एक शब्द भी नही बोला। न ही दिल्ली में धरने पर बैठे किसान आंदोलन कुछ कहा है। केजरीवाल बेअदबी के मामले पर राजनीति कर रहे हैं तथा उन्हे तथा उनकी पार्टी को पंजाबी समय आने पर उचित सजा देंगे। इस अवसर पर वरिष्ठ नेता विरसा सिंह वल्टोहा विधायक लखबीर सिंह लोधीनंगल तथा हरमीत सिंह संधू भी उपस्थित थे।