'केंद्र सरकार मालगाड़ियों की आवाजाही बहाल करे'
केंद्र सरकार की बदला लेने वाली नीति के कारण अमृतसर के व्यापारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। मौजूदा समय में अमृतसर के व्यापारियों का 2500 करोड़ रुपये का माल ड्राई पोर्ट्स पर रुका हुआ है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
केंद्र सरकार की बदला लेने वाली नीति के कारण अमृतसर के व्यापारियों को काफी नुकसान झेलना पड़ रहा है। मौजूदा समय में अमृतसर के व्यापारियों का 2500 करोड़ रुपये का माल ड्राई पोर्ट्स पर रुका हुआ है।
यह शब्द पंजाब प्रदेश व्यापार मंडल के प्रधान प्यारे लाल सेठ ने कहे। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार को अपना अड़ियल रवैया छोड़ कर व्यापारियों के बारे में सोचना चाहिए। किसानों ने अपना आंदोलन जारी रखते हुए मालगाड़ियों के लिए रास्ता दे दिया है। मगर केंद्र सरकार मालगाडि़यां नहीं चला रही। जिस कारण व्यापारियों के साथ-साथ मजदूरों को भी काफी ज्यादा आर्थिक नुकसान हो रहा है। ऐसा ही रहा तो आने वाले कुछ दिनों में पंजाब में बिजली संकट पैदा हो जाएगा। इससे अमृतसर की इंडस्ट्री को बहुत ज्यादा घाटा होगा। क्योंकि अमृतसर में बहुत बड़ी मात्रा में कपड़ा, धागा व अन्य सामान देश के अन्य राज्यों को भेजा जाता है। साथ ही चावल, ड्राई फ्रूट सहित अन्य कई तरह के खाद्य पदार्थ विदेशों भेजे जाते हैं। मगर केंद्र के इस रवैये के कारण व्यापारी निराश हैं। पहले ही कोरोना ने व्यापारियों को बहुत नुकसान पहुंचाया है।
मंडल के सचिव समीर जैन ने कहा कि केंद्र के इस फैसले के साथ मजदूर वर्ग को रोजी-रोटी की चिता सता रही है। उन्होंने कहा कि त्योहारी सीजन को ध्यान में रखते हुए केंद्र सरकार मालगाडि़यों की आवाजाही को बहाल करे। सरकार ने किसानों के साथ बातचीत करने की जगह मालगाड़ियों की आवाजाही ही बंद करवा दी है।