शंकर हत्याकांड में दो गिरफ्तार, 315 बोर की पिस्तौल, किरच व दातर बरामद
आरोपितों की पहचान झंडेर के हरदोपुतली गांव निवासी हरवंत सिंह उर्फ हैरी और लोपोके थाना के अंतर्गत पड़ते कक्कड़ गांव निवासी गौरव देव उर्फ गगन के रूप में बताई है। डीएसपी अजनाला विपिन कुमार ने बताया कि एक साल पहले शंकर की मुलाकात मुंबई में हरवंत से हुई थी।
अजनाला, अमृतसर, जेएनएन। झंडेर थाना के अंतर्गत पड़ते जगदेव कलां नहर के पास शंकर की हत्या के मामले में पुलिस ने दो आरोपितों को फरीदकोट के न्यू कैंट इलाके से गिरफ्तार किया है। पुलिस ने आरोपितों के कब्जे से 315 बोर की पिस्तौल, चार जिंदा कारतूस, दातर और किरच बरामद की है। जांच में सामने आया है कि आरोपित हरवंत सिंह ने मारपीट को लेकर रंजिश रखते हुए उक्त हत्याकांड को अंजाम दिया था।
डीएसपी अजनाला विपिन कुमार ने अपने कार्यालय में शनिवार शाम आयोजित प्रेस कांफ्रेंस में पकड़े गए आरोपितों की पहचान झंडेर के हरदोपुतली गांव निवासी हरवंत सिंह उर्फ हैरी और लोपोके थाना के अंतर्गत पड़ते कक्कड़ गांव निवासी गौरव देव उर्फ गगन के रूप में बताई है। डीएसपी ने बताया कि लगभग एक साल पहले शंकर की मुलाकात मुंबई में हरवंत सिंह के साथ हुई थी। दोनों किसी काम के सिलसिले में वहां गए थे और वहीं दोनों में दोस्ती हो गई थी। लगभग छह महीने पहले हरवंत म किसी काम से तरनतारन स्थित गुरु का खूह में रहने वाले शंकर से मिलने गया था। वहां दोनों ने पहले खाना खाया और फिर किसी बात पर दोनों का झगड़ा हो गया।
शंकर ने अपने दोस्तों के साथ मिलकर हरवंत सिंह की बुरी तरह से पिटाई कर दी थी। इस बात की रंजिश रखते हुए हरवंत ने अपने दोस्त गौरव के साथ मिलकर शंकर को ठिकाने लगाने की योजना बना डाली। दो अक्टूबर को दोनों आरोपितों ने शराब पीने के बहाने शंकर को जगदेव कलां गांव के साथ बहती नहर के किनारे बुला लिया था। वहीं मौका मिलते ही तेजधार हथियारों से उसकी हत्या कर शव लावारिस हालत में वहीं फेंक दिया था। पीड़ित परिवार ने जब अगले दिन हत्या की खबर समाचार पत्रों में पढ़ी तो पुलिस से संपर्क किया गया।