Move to Jagran APP

शिक्षा विभाग की खुली पोल : पुनर्मूल्यांकन के बाद दो छात्र मेरिट में शामिल

पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) की ओर से जारी दसवीं की परीक्षा के परिणाम में पारदर्शिता नहीं है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 10 Dec 2019 12:35 AM (IST)Updated: Tue, 10 Dec 2019 12:35 AM (IST)
शिक्षा विभाग की खुली पोल : पुनर्मूल्यांकन के बाद दो छात्र मेरिट में शामिल
शिक्षा विभाग की खुली पोल : पुनर्मूल्यांकन के बाद दो छात्र मेरिट में शामिल

जागरण संवाददता, अमृतसर : पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड (पीएसईबी) की ओर से जारी दसवीं की परीक्षा के परिणाम में पारदर्शिता नहीं है। मजीठा रोड स्थित सन वैली पब्लिक स्कूल के तीन मेधावी छात्रों ने निराशाजनक परिणाम आने पर उत्तरपुस्तिका के पुनर्मूल्यांकन (री-वेल्यूएशन) के लिए आवेदन किया। परिणाम आया तो दंग रह गए। अंक इतने बढ़े कि दो विद्यार्थी मेरिट सूची में स्थान पा गए। बच्चों के साथ न्याय तो हुआ, पर अभिभावकों में इस बात का रंज है कि पहले परिणाम में यदि मेरिट में स्थान मिलता तो इसकी खुशी कुछ अलग होती।

loksabha election banner

शिक्षा बोर्ड द्वारा मई-2019 दसवीं का परिणाम घोषित किया गया था। सन वैली पब्लिक हाईस्कूल की डायरेक्टर चांद पुष्करणा एवं वाइस प्रिसिपल संदीप सैनी ने रिजल्ट संतोषजनक न आने पर विद्यार्थियों के अभिभावकों को पुनर्मूल्यांकन करवाने को कहा था। आर्थिक दृष्टि से कमजोर अभिभावकों के लिए पुनर्मूल्यांकन के लिए एक हजार रुपये फीस बोर्ड को जमा करवानी पड़ी। स्कूल प्रबंधन का कहना है कि स्कूल में ऐसे दस मेधावी छात्र हैं, जिनके अंक कम आए हैं। यदि शिक्षा बोर्ड इनकी उत्तरपुस्तिकाओं की पुन: जांच करवाए तो इन बच्चों के अंकों में भी वृद्धि होगी।

एलिना को अंग्रेजी में 16 अंक बढ़े

सन वैली पब्लिक हाई स्कूल की छात्रा एलिना सिंह (रोल नंबर 1019371898) को अंग्रेजी विषय में 81 नंबर मिले। एलिना की मां सर्बजीत कौर के अनुसार उनकी बेटी रात-रात भर जागकर पढ़ाई करती रही है। अंग्रेजी में तो उसके कभी कम अंक आ ही नहीं सकते। हमने उत्तरपुस्तिका का पुनर्मूल्यांकन करवाया। इस दौरान 16 नंबर बढ़ाकर दिए गए। इसके साथ ही एलिना का अंक प्रतिशत 95.38 से 97.8 हो गया और वह मेरिट सूची में स्थान पा गई।

आर्यन के अंग्रेजी में 10 अंक बढ़े

आर्यन अरोड़ा (रोल नंबर 1019371907) को भी अंग्रेजी में 85 अंक मिले थे। उत्तरपुस्तिका की दोबारा जांच में 10 अंक बढ़ गए। पहले उसे 96.15 प्रतिशत अंक मिले थे, जबकि अंकों में वृद्धि के बाद यह प्रतिशत 97.6 हो गया। वह भी मेरिट में स्थान पा गया। आर्यन के पिता सुनील अरोड़ा के अनुसार पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की कारगुजारी की वजह से हमें भारी मानसिक पीड़ा का सामना करना पड़ा।

खुशबू के अंग्रेजी में 12 अंक बढ़े

छात्रा खुशबू मेहरा (रोल नंबर 1019371896) ने बताया कि उसे अंग्रेजी विषय में 82 अंक मिले थे। उसे 95 प्रतिशत अंकों की उम्मीद थी। परिणाम देखकर हतोत्साहित हो गई। उत्तरपुस्तिका का पुनर्मूल्यांकन करवाने पर 12 अंक बढ़ाकर दिए गए। खुशबू के पिता विकम मेहरा के अनुसार शिक्षा बोर्ड की उत्तरपुस्तक जांच प्रक्रिया में बड़ी धांधली हुई है। हमने तो पुनर्मूल्यांकन करवा लिया, पर ऐसे अनेकानेक बच्चे होंगे जो पुनर्मूल्यांकन के लिए एक हजार रुपये शुल्क अदा नहीं कर पाए।

गलत चेकिग करने वाले अध्यापकों को सरकार करें निलंबित

मान्यता प्राप्त तथा एफिलिएटिड स्कूल एसोसिएशन रासा के प्रदेश महासचिव सुजीत कुमार बबलू ने कहा कि पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की गलती का खामियाजा विद्यार्थियों को भुगतना पड़ा है। जिन अध्यापकों ने इन विद्यार्थियों की उत्तरपुस्तिका की जांच की है उनके खिलाफ सख्त एक्शन लिया जाए। उधर, जिला शिक्षा अधिकारी सेकेंडरी सलविदर सिंह समरा का कहना है कि अभिभावक उन्हें लिखित रूप में दें। वह उनकी बात वरिष्ठ अधिकारियों तक पहुंचा देंगे।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.