गायब स्वरूपों की जांच कर रही टीम ने दर्ज किए कंवलजीत सिंह बयान
श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से गायब हुए स्वरूपों को लेकर बनाइ गई जांच कमेटी ने जांच का काम तेज कर दिया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : श्री अकाल तख्त साहिब की ओर से गायब हुए स्वरूपों को लेकर बनाइ गई जांच कमेटी ने जांच का काम तेज कर दिया है। इसी के चलते एसजीपीसी के पब्लिकेशन विभाग की रिटायर हुए कर्मचारी कंवलजीत सिंह की अपील के बाद जांच कमेटी के सदस्यों की ओर से देर शाम कंवजीत सिंह ब्यान दर्ज करके सील कर दिए गए।
जांच कमेटी के सदस्य एडवोकेट ईशर सिंह के सहयोगियों और श्री अकाल तख्त साहिब सचिवालय के स्टाफ के सदस्यों की मौजूदगी में कंवलजीत सिंह ब्यानों को दर्ज किया गया है। उसके ब्यानों को सील करके रख लिया गया है। वहीं पब्लिकेशन विभाग का जो भी रिकार्ड अकाल तख्त साहिब की ओर से अपनी कस्टडी में लिया गया था उस रिकार्ड को भी स्टोर से ला कर जांच टीम के सदस्यों को श्री अकाल तख्त साहिब पर सौंपा गया है।
उल्लेखनीय है कि एसजीपीसी के रिटायर कर्मचारी कंवलजीत सिह ही व व्यक्ति है जिसकी ओर से श्री गुरु ग्रंथ साहिब के गायब हुए 267 स्वरूपों के संबंध में सब से पहले खुलासा सर्वजनक किया था। इस संबंध में कंवलजीत सिंह की ओर से पुलिस कमिशनर अमृतसर और एसजीपीसी के अध्यक्ष गोबिद सिंह लोंगोवाल को पत्र भी लिखा था। इस पत्र के माध्यम से खुलासा किया था कि किस तरह यह स्वरूप गायब हुए और इस का रिकार्ड एसजीपीसी की ओर से कहीं भी दर्ज नही किया गया। कंवलजीत सिंह ने ही श्री अकाल तख्त साहिब के जत्थेदार ज्ञानी हरप्रीत सिंह को एक पत्र लिख कर खुलासा किया था कि एसजीपीसी के कुछ अधिकारियों ने गायब हुए स्वरूपों के रिकार्ड के साथ छेडछाड की है। इस लिए पब्लिकेशन विभाग के सीसी टीवी कैंमरों को रिकार्डिंग को भी जांच टीम और अकाल तख्त साहिब की ओर से अपने कब्जे में लिया जाए। कंवलजीत सिंह अपील लैटर को मुख्य रख जांच टीम के सदस्यों की ओर से उनके ब्यानों को कलमबद्ध किया गया।