चीफ साहब : 71 स्कूलों में लगे हैं सोलर पैनल, अब आपकी मंजूरी का है इंतजार
पंजाब सरकार की ओर से प्रदेश के सरकारी स्कूलों को सौर ऊर्जा से लैस करने की शुरू की मुहिम को पावरकाम ठेंगा दिखा रहा है। जिले के 7
अखिलेश सिंह यादव, अमृतसर : पंजाब सरकार की ओर से प्रदेश के सरकारी स्कूलों को सौर ऊर्जा से लैस करने की शुरू की मुहिम को पावरकाम ठेंगा दिखा रहा है। जिले के 78 सरकारी स्कूलों में सोलर पैनल इंस्टाल किए जाने की योजना थी। पावरकाम ने महज सात स्कूलों में ही सोलर पैनल स्थापित करने के लिए हरी झंडी दी। इस कारण इन स्कूलों में ही सोलर पैनल शुरू हो पाए। फिलहाल 71 सरकारी स्कूलों की फाइलें अभी भी पंजाब स्टेट पावरकाम लिमिटेड के कार्यालय की धूल फांक रही है।
गौर हो कि पंजाब सरकार ने बिजली बोर्ड की कार्यप्रणाली को चुस्त-दुरुस्त करने के लिए पावरकाम का गठन किया था। इसके बावजूद पावरकाम का सरकारी विभागों के ही प्रति रवैया ढुलमुल वाला साबित हो रहा है। जिन स्कूलों में पावरकाम की अप्रूवल के बाद सोलर प्लांट स्थापित किया गया, उनके नाम वरपाल कला सरकारी सीसे स्कूल, लोपोके, भीलोवाल पक्का, ब्यास, बल्ल सराय, सांघना, बोहड़ू है।
शिक्षा विभाग की ओर से पंजाब एनर्जी डवलपमेंट एजेंसी (पेडा) ने सरकारी स्कूलों में सोलर प्लांट स्थापित करने के लिए नोविसग्रीन कंपनी को अनुबंधित किया है। कंपनी ने सभी कामों में सोलर प्लांट इंस्टाल कर दिया है। सिर्फ इन्हें शुरू करने के लिए पावरकाम की अप्रूवल की राह देख रही है। पिछले चार महीने से पावरकाम के पास अप्रूवल की फाइल लंबित है। हालांकि पावरकाम को नोविसग्रीन कंपनी ही बिजली मीटर मुहैया करवा रही है। लेकिन पावरकाम इन मीटरों को टेस्ट करवाने की जहमत नहीं उठा रही है। वहीं अभी तक एस्टीमेट भी तैयार नहीं किया गया है। इस कारण काम लंबित चल रहा है।
डीईओ सेकेंडरी सतिदरबीर सिंह ने कहा कि शेष स्कूलों में सोलर प्लांट लगवाने के लिए वह बिजली निगम के वरीय अधिकारियों से जल्द बात करेंगे। साल का बचेगा पचास हजार
इन सात स्कूलों में लगाए गए सोलर प्लांट से प्रत्येक स्कूल में हर दिन 20 यूनिट बिजली पैदा होगी। इस तरह हर वर्ष इन स्कूलों में लगभग 50 हजार रुपये प्रति स्कूल बिजली बिल की बचत होगी। स्कूल में ग्रिड कनेक्टेड सोलर पैनल से हर माह 620 यूनिट बिजली तैयार होगी प्रदेश भर के 880 सरकारी सीनियर सेकेंडरी स्कूलों में पांच-पांच किलोवाट के ग्रिड कनेक्टड सोलर पैनल लगाए जा रहे हैं। एक स्कूल में ग्रिड कनेक्टेड सोलर पैनल से हर माह लगभग 620 यूनिट बिजली तैयार होगी। नोविसग्रीन कंपनी ने सोलर पैनल स्कूलों में इंस्टाल करने के लिए पंजाब एनर्जी डवलपमेंट एजेंसी (पेडा) के साथ अनुबंध किया है। स्कूलों में स्थापित होने वाले सोलर पैनल की अवधि 25 साल है। यह कंपनी पांच साल तक एनुअल मेंटनेंस अनुबंध के तहत सोलर पैनल की मरम्मत करेगी। पावरकाम के कई चक्कर
काटे, लेकिन नहीं मिली अप्रूवल
नोविसग्रीन के प्रोजेक्ट इंजीनियर रवि ने बताया कि उन्हें सिर्फ सात स्कूलों में ही सोलर पैनल शुरू करने की अनुमति मिली है जहां सोलर पेनल वर्किंग में है। जिले के शेष 71 स्कूलों में पावर पैनल लगवाने के लिए वह पावरकाम कार्यालय के चक्कर काट कर थक चुके हैं। कई बार उन्हें सारा दिन पावरकाम के कार्यालय में बैठना पड़ता है। मामला ध्यान में नहीं है : सैनी
बार्डर जोन के चीफ इंजीनियर प्रदीप कुमार सैनी ने कहा कि उनके ध्यान में यह मामला नहीं है। सोलर प्लांट की फाइलों का स्टेटस उन्हें बताया जाए। किस-किस स्कूल के लिए आवेदन किया गया है। वह खुद निजी तौर पर दिलचस्पी दिखाकर सरकारी स्कूलों में सोलर प्लांट लगाने के काम को निपटाया जा सके।