एमसीएमसी कंट्रोल रूम से उम्मीदवारों पर रखी जा रही पल-पल की नजर
चुनाव आयोग की तरफ से लघु सचिवालय स्थित तीसरी मंजिल पर इसका कंट्रोल रूम बनाया गया है।
जासं, अमृतसर: चुनाव में उतारे गए उम्मीदवारों को अखबारों, इंटरनेट मीडिया और टीवी चैनलों पर चलाए जाने वाले विज्ञापनों के लिए पहले मीडिया सर्टिफिकेशन एंड मोनिटरिग कमेटी (एमसीएमसी) की तरफ से अनुमति लेनी होगी। इसके बाद ही प्रत्याशी विज्ञापन चलवा सकेंगे। इसके लिए चुनाव आयोग की तरफ से लघु सचिवालय स्थित तीसरी मंजिल पर इसका कंट्रोल रूम बनाया गया है, जहां से उम्मीदवार इसकी अनुमति ले सकता है। इसके अलावा उम्मीदवार की टीवी न्यूज चैनल, पेपर और इंटरनेट मीडिया पर चलने वाली खबरें आदि पर पल-पल की नजर रखी जा रही है। कंट्रोल रूम में 24 घंटे नजर रखने के लिए 20 मेंबरों का स्टाफ तैनात है। कंट्रोल रूम में इलेक्ट्रोनिक मीडिया न्यूज चैनल सेक्शन, न्यूज पेपर सेक्शन और इंटरनेट मीडिया सेक्शन बनाया गया है। चार कंप्यूटरों पर टीवी चैनलों पर चलने वाली न्यूज देखी जा रही है। वहीं एक कंप्यूटर पर इंटरनेट मीडिया पर नजर रखी जा रही है। कंट्रोल रूम पर कंट्रोल रखने के लिए कोआर्डिनेटर सौरभदीप सिंह को तैनात किया गया है। हिदी, पंजाबी, अंग्रेजी, कंप्यूटर के टीचर रख रहे नजर
कोआर्डिनेटर सौरभदीप का कहना है कि सुप्रीम कोर्ट की गाइडलाइन पर इस कमेटी का निर्माण किया गया है। कमेटी का काम उम्मीदवारों की चलने वाली खबरे व विज्ञापनों आदि पर नजर रखना है। खबरों में कहीं एमसीसी का वायलेशन तो नहीं हो रहा है, उसे भी देखना होता है। इसके लिए हिदी, पंजाबी, अंग्रेजी, कंप्यूटर के टीचरों का रखा गया है। हिदी का टीचर हिदी न्यूज चैनल को देखेगा, अंग्रेजी का टीचर अंग्रेजी चैनल और पंजाब का टीचर पंजाबी चैनलों को देखता है। कंप्यूटर टीचर टेक्निकल चीजों को देखते है। एक मीडिया सेक्शन भी बनाया गया है, जिसमें देखा जाता है कि कहीं पेड न्यूज तो नहीं चल रही है। इस बार खास फोकस इंटरनेट मीडिया पर
चुनाव आयोग की टीम इस बार खास तौर पर इंटरनेट मीडिया पर भी नजर रखे हुए है। इंटरनेट मीडिया पर जो भी विज्ञापन चलते हैं, उसे देखने के लिए इंटरनेट मीडिया एक्सपर्ट रखे गए हैं। इंटरनेट मीडिया में सिनेमा हाल, एफएम रेडियों भी रखे गए है। उस पर भी विज्ञापन चलाने के लिए कमेटी से अनुमति लेनी होती है। उम्मीदवारों को जो भी विज्ञापन चलाना होगा, वह चेक किया जाएगा और उसके बाद उसे चलाने की परमिशन दी जाएगी। इतना ही नहीं सिनेमा हाल को निर्देश दिए गए है कि अगर किसी भी उम्मीदवार का विज्ञापन चलाना है तो उससे एमसीएमसी से मंजूरी लेकर ही चलाया जाए। अगर ऐसा नहीं होता है तो सिनेमा हाल पर कार्रवाई होगी। कमेटी के चेयरमैन हैं जिला चुनाव अधिकारी खैहरा
इस कमेटी के लिए सात मैंबरी कमेटी भी बनाई जाती है, जिसमें जिला चुनाव अधिकारी गुरप्रीत सिंह खैहरा को चेयरमैन बनाया गया है। एसडीएम टू राजेश शर्मा, मिनिस्ट्री आफ इंफार्मेशन एंड ब्राडकास्टिग डिपार्टमेंट के फील्ड पब्लिसिटी आफिसर गुरमीत सिंह, एनआइसी के डीआइओ रंजीत सिंह, डीपीआरओ शेरजंग सिंह, पत्रकार रविदर सिंह रोबिन और इंटरनेट मीडिया एक्सपर्ट सौरभदीप सिंह को कमेटी मेंबर बनाया गया है।