एसजीपीसी के नए अध्यक्ष धामी बोले, धर्म प्रचार, सेहत और शिक्षा पर रहेगा फोकस
शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एडवोकेट हरजिदर सिंह धामी ने कहा कि वह धर्म प्रचार लहर को और अधिक तेज करने के लिए नीतियों को लागू करेंगे।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: शिरोमणि गुरुद्वारा प्रबंधक कमेटी (एसजीपीसी) के नवनिर्वाचित अध्यक्ष एडवोकेट हरजिदर सिंह धामी ने कहा कि वह धर्म प्रचार लहर को और अधिक तेज करने के लिए नीतियों को लागू करेंगे। इसके साथ ही एसजीपीसी के प्रबंधों के अधीन चलते शिक्षा संस्थानों और अस्पतालों व मेडिकल संस्थाओं में शिक्षा के शोध के कार्यो का स्तर ऊंचा उठाएंगे। नई तकनीक व मौजूदा हालात के अनुसार शिक्षा व सेहत के प्रचार प्रचार में तेजी लाई जाएगी।
धामी ने कहा कि एसजीपीसी हर सिख की एक सांझी संस्था है। इसलिए हर सिख को इसके कामों में सहयोग देना चाहिए। एसजीपीसी के अध्यक्ष की सेवा व कार्य बड़ी जिम्मेदारी है। इसे निभाने के लिए वह संगत का भी सहयोग लेंगे। उन्होंने कहा कि एसजीपीसी के जरनल हाउस की एक मर्यादा है। परंतु दुख की बात है कि विपक्ष के लोग गुरु साहिब के सत्कार को भूल कर हुल्लड़बाजी करते हैं। जिन लोगों ने गुरु साहिब की हजूरी में हुल्लड़बाजी करके मर्यादा का उल्लंघन किया है उसकी वह निदा करते हैं। दुख की बात है कि कुछ विरोधी सदस्यों की ओर से माहौल खराब करने के कारण हाउस में लाए गए प्रस्ताव सही ढंग से पेश नहीं हो पाए। एसजीपीसी का हाउस सिख कौम की सुप्रीम संस्था है। यहां पर पेश किए जाते प्रस्ताव व मांगें बड़ा महत्व रखती हैं। परंतु जो लोग विरोध करते हुए विचार चर्चा का माहौल नहीं बनने देना चाहते तो इसका नुक्सान कौम को होता है। इस तरह के लोगों को संगत से फतवा लेना चाहिए। मतांतरण को रोकने के लिए कर रहे एसजीपीसी कर रही धर्म प्रचार
एक सवाल के जवाब में धामी ने कहा कि माझा की सीमांत क्षेत्रों में मतांतरण का मामला काफी गंभीर है। इसे रोकने के लिए एसजीपीसी धर्म प्रचार कर रही है। बहुत सारे लोग किसी न किसी लालच के कारण मतांतरण कर रहे हैं। धामी ने अध्यक्ष बनने पर गुरु साहिब, अकाली दल के अध्यक्ष सुखबीर बादल, सरपरस्त प्रकाश सिंह बादल, समेत सारी अकाली लीडरशिप का भी धन्यवाद किया।