तलाक लेने आए, समझाने पर माने और कोर्ट ने बसा दिया दोनों का घर
पुतली घर के अमनदीप सिंह और उनकी पत्नी संदीप कौर को न्यायाधीश और जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी के सदस्यों ने समझाया तो वह फिर से घर बसाने के लिए तैयार हो गए।
जासं, अमृतसर: पुतली घर के अमनदीप सिंह और उनकी पत्नी संदीप कौर शनिवार की सुबह बारिश में घर से यह सोचकर निकले थे कि आज वह एक-दूसरे से शादी के बंधन से मुक्त हो जाएंगे। मगर भाग्य को कुछ और ही मंजूर था। न्यायाधीश और जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी के सदस्यों के समझाने पर वह दंपती खुशी-खुशी घर बसाने के लिए तैयार हो गए और फिर घर चले गए।
पुतलीघर निवासी अमनदीप सिंह ने बताया कि वह मेहनत मजदूरी कर परिवार चलाता है। नवंबर 2010 में उसकी शादी संदीप कौर के साथ हुई थी। उसका एक बेटा और एक बेटी है। शादी के तीन-चार साल बाद दंपती में छोटी-छोटी बातों को लेकर विवाद शुरू हो गया। दोनों ने एक दूसरे को समझने का काफी प्रयास किया, लेकिन झगड़े कम नहीं हुए। दो साल पहले उन्होंने एक दूसरे से अलग रहने का मन बना लिया था। दोनों ने मिलकर कोर्ट में तलाक की अर्जी दायर कर दी थी। दोनों हर महीने कोर्ट में इस सोच से पहुंचते थे कि अब उनका तलाक हो जाएगा और वह अपने तरीके से जिदगी जिएंगे। उन्हें बताया गया था कि शनिवार को लोक अदालत में दोनों को तलाक दिला दिया जाएगा। शनिवार को संदीप कौर अपने दोनों बच्चों के साथ जैसे ही कोर्ट में पेश हुई तो सामने अमनदीप सिंह बैठा हुआ था। जिला कानूनी सेवाएं अथारिटी ने उस परिवार को अपने स्तर पर समझाया और अमनदीप और संदीप कौर एक दूसरे के साथ रहने के लिए मान गए। उन्होंने तलाक की अर्जी को खारिज कर दिया। लोक अदालत ने निपटाए 5871 केस
पंजाब एवं हरियाणा हाईकोर्ट के आदेश पर अमृतसर में शनिवार को लगाई गई लोक अदालत में 5871 केसों को निपटारा कर दिया गया। इन मामलों में कोर्ट ने दोनों पार्टियों को बैठकर उनका राजीनामा करवाया। लोक अदालत में 9805 केस दायर किए गए थे। अमृतसर में लोक अदालत के कुल 29 बेंच स्थापित किए गए थे। इसी तरह अजनाला में चार बेंच और बाबा बकाला में एक बेंच लगाया गया। कार्यक्रम की अगुआई जिला सेशन जज हरप्रीत कौर रंधावा कर रही थी। सैशन जज ने लोगों को लोक अदालत के महत्व के बारे में जानकारी दी।