विधायकों के बेंटों को नौकरी के विरोध में आप का प्रदर्शन
सोमवार को आप के पदाधिकारियों ने डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। फिर डीसी को मांगपत्र सौंपकर कहा कि इन नियुक्तियों को रोका जाए।
जासं, अमृतसर : पंजाब सरकार की ओर से अपने विधायकों के बेटों को नौकरी देने का प्रस्ताव पारित करने के विरोध में आम आदमी पार्टी (आप) के नेताओं ने सोमवार को डिप्टी कमिश्नर कार्यालय के बाहर प्रदर्शन किया। फिर डीसी को मागपत्र सौंपकर कहा कि इन नियुक्तियों को रोका जाए। इसके बाद पार्टी कार्यकर्ताओं ने रोष मार्च भी निकाला और हलका पश्चिम के विधायक डा. राजकुमार वेरका के आवास के बाहर पहुंचे।
डीसी कार्यालय के बाहर आम आदमी पार्टी के सदस्यों ने डिग्री जलाई। रोचक बात यह है कि सभी कार्यकर्ताओं के हाथ में एक ही डिग्री की फोटोकापी थी। यह डिग्री आप के वर्कर वरुण राणा की थी जबकि एक ही डिग्री की कापी फूंककर पार्टी कार्यकर्ताओं ने डिग्रिया जलाने का दिखावा किया। यूथ विंग के प्रधान भगवंत कंवल व जिला सचिव दीक्षित धवन ने कहा कि 2017 में लोगों से घर-घर नौकरी का वादा करने वाली कैप्टन सरकार अपनी कुर्सी बचाने के लिए नाराज धड़े के विधायकों के बेटों को नौकरी बाट रही है। इसकी शुरुआत सरकार ने पूर्व मुख्यमंत्री स्व. बेअंत सिंह के परिवार से की और फिर खेल मंत्री राणा गुरमीत सिंह सोढी के बेटे को स्टेट इन्फारमेशन कमेटी में उच्च पदस्थ किया। अब विधायक फतेहजंग बाजवा के बेटे को डीएसपी और राकेश पाडे के बेटे को तहसीलदार नियुक्त करने का प्रस्ताव पास किया गया। यदि पहल के आधार पर नौकरी देनी है तो हजारों की तादाद में जो स्वतंत्रता सेनानी हैं, उनके परिवारों को दे।
इस अवसर पर ट्रेट विग के ज्वाइंट सेक्रेट्री राजिदर पलाह, शिवानी शार्म, वरुण राण, हर्षित खेड़ा, किरपाल सिंह, दीपिका कोहली, जय कुश बुट्टर, डा. इंद्रपाल, वरिष्ठ नेता रविदर हंस, पदम एंथनी, राजीव भगत, एडवोकेट प्रदीप तेजी, सतपाल सोखी, सुखविदर सिंह विरदी, सुनील कुमार, मोती लाल, जसप्रीत सिंह, पलविदर सिंह, तेजपाल, सीमा कोहली, करीना, रविदर, कुलवंत वडाली, रोहित शर्मा, अरविदर सिंह, पलविदर सिंह, करण कुमार, सुष्मा उपस्थित थे। कोविड प्रोटोकाल की जमकर उड़ाई धज्जिया
सरकार के खिलाफ नारेबाजी कर रहे आप वर्करों ने कोरोना नियमों की जमकर धज्जिया उड़ाई। डीसी कार्यालय के बाहर बैठे इन वर्करों में से अधिकाश ने मास्क नहीं पहना था। शारीरिक दूरी का पालन तो किसी ने नहीं किया।