वकील बोले, स्वार्थी नहीं, जन सेवा करने वालों को ही मैदान में उतारना चाहिए
चुनाव अचार संहिता लागू होते ही मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों की संख्या बढ़ने लगी है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर: चुनाव अचार संहिता लागू होते ही मैदान में उतरने वाले प्रत्याशियों की संख्या बढ़ने लगी है। कुछ राजनीतिक पार्टियों ने कई जगहों से अपने उम्मीदवारों की घोषणा भी अभी तक नहीं की है। इन हालात में वकीलों का कहना है कि राजनीतिक पार्टियों को साफ छवि वाले लोगों को चुनाव मैदान में उतारना चाहिए ताकि वह जनहित में नीतियों का निर्माण करके उन्हें जल्द लागू करवाकर अपना दायित्व पूरा कर सकें। उम्मीदवार वही अच्छा जो सरकार और जनता में सेतु का काम करे
चुनाव जीतने वाले उम्मीदवार नई सरकार का हिस्सा होते हैं और उन्हें लोगों की भलाई के लिए काम करना होता है। उन्हें सरकार और जनता के बीच एक गहन रिश्ता बनाए रखने के लिए एक मजबूत सेतु का काम करना चाहिए। ताकि लोग का सरकार के प्रति विश्वास बढ़ सके।
वकील इंद्रजीत सिंह अड़ी, पूर्व सचिव, बार एसोसिएशन
अपराधी छवि वाले नहीं होने चाहिए सत्ता में
अपराधिक छवि वाले उम्मीदवारों को राजनीति में नहीं आने देना चाहिए। उन्हें राजनीति से दूर रहना चाहिए। इस तरह के लोग जन कल्याण के काम करने की बजाए अपने स्वार्थ में ही जुटे रहते हैं। साफ-सुथरी वाले नेता ही लोकतंत्र का निर्माण कर सकते हैं। इससे लोगों का विश्वास लोकतंत्र में बढ़ेगा।
-जयकरण सिंह जेके, वकील पार्टी की विचारधारा से ऊपर उठकर काम करें नेता
वर्तमान दौर में जन कल्याण के काम छोड़कर ज्यादातर नेता पार्टीबाजी में पड़ जाते हैं। नेताओं को चाहिए कि पार्टी की विचारधारा से ऊपर उठकर लोगों के काम करें ताकि मजबूत लोकतंत्र का निर्माण हो सके। अगर प्रत्येक व्यक्ति का काम होगा तभी लोगों का लोकतंत्र और चुनाव के प्रति सकारात्मक रूख होगा।
- अभी महाजन, वकील जनता का भविष्य संवारने वाला हो नेता
उम्मीदवार ऐसा होना चाहिए जो जनता का भविष्य संवारने में यकीन रखता हो। सरकार बनते ही वह जरूरतमंद लोगों और विकास की योजनाओं को जल्द बनाकर लागू करवाए। हलके की समस्याओं का प्राथमिकता के आधार पर समाधान करे। बुजुर्ग, बच्चों और महिला सशक्तिकरण के कामों को पहले दे।
- रमनप्रीत कौर, वकील