कपड़ा कारोबारी भड़के, प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन, कल भी बंद रखेंगे दुकानें
शहर के होलसेल कपड़ा कारोबारियों का मंगलवार को गुस्सा फूट पड़ा। प्रशासन के आदेशों के मुताबिक दुकानें न खोलने पर पुलिस उनकी दुकानें बंद करवाने पहुंची थी।
जासं, अमृतसर: शहर के होलसेल कपड़ा कारोबारियों का मंगलवार को गुस्सा फूट पड़ा। प्रशासन के आदेशों के मुताबिक दुकानें न खोलने पर पुलिस उनकी दुकानें बंद करवाने पहुंची थी। दुकानदारों ने विरोध शुरू कर दिया। प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी की। साथ ही बुधवार को भी दुकानें बंद रखने की घोषणा कर दी। दुकानदारों ने कैबिनेट मंत्री ओम प्रकाश सोनी को शिकायत दी। सोनी ने भरोसा दिया कि वीरवार को कुछ न कुछ हल निकाल दिया जाएगा।
फेडरेशन ऑफ होलसेल क्लोथ मार्केट एसोसिएशन के प्रधान मोती भाटिया ने बताया कि कर्मो ड्योढ़ी, कटरा आहलूवालिया, गुरु बाजार, प्रताप बाजार आदि बाजारों में कपड़े की अलग-अलग वैरायटी की सैकड़ों होलसेल दुकानें है। ए, बी व सी या फिर दाएं-बाएं के सिस्टम से दुकानें खोलने का कपड़ा कारोबारियों को कोई लाभ नहीं मिल रहा। जो रिटेलर मार्कीट आता है, उसे सभी तरह की वैरायटी चाहिए होती है। ऐसे में अगर आधी दुकानें बंद रहती हैं तो उसको भी दोबारा चक्कर लगाना पड़ता है। अपनी समस्या से उन्होंने प्रशासन और कैबिनेट मंत्री को अवगत करवाते हुए पूरा बाजार एक साथ खोलने की मांग रखी थी। उसके तहत ही आज दुकानें खोली गई थीं, लेकिन पुलिस ने बंद करवा दीं। अब उन्होंने अधिकारियों तथा कैबिनेट मंत्री ओपी सोनी के साथ आज हुई बातचीत के बाद बुधवार को भी दुकानें बंद रखने का फैसला किया है। द पंजाब वार्प निटिग एसोसिएशन के पंजाब प्रधान संजय मेहरा टीनू ने कहा कि कपड़ा मार्कीट में पंजाब के विभिन्न जिलों के अलावा जम्मू-कश्मीर और हिमाचल प्रदेश से भी ग्राहक आते हैं। अगर इसका कोई हल नहीं निकला तो कपड़ा कारोबार बर्बाद हो जाएगा। इस मौके पर पार्षद जीत सिह भाटिया, राजू बतरा, विन, विक्की, अरुण कपूर, संजय मेहरा, राजेश सेठ, जसविदर सिह बाल, वरुण भाटिया, पंकज अग्रवाल, राजीवन दुग्गल, रिकू सेठी, लक्की मजीठा, रमेश काला और प्रवीण भल्ला भी उपस्थित थे।
प्रशासन के सिस्टम से तबाह हो जाएगा कारोबार : फेडरेशन के मोती भाटिया ने बताया कि अमृतसर में माल खरीदने के लिए जालंधर, लुधियाना से भी कारोबारी आते हैं। अगर प्रशासन के सिस्टम के मुताबिक कारोबार खुला तो ग्राहकों की जरूरत पूरी नहीं होगी और वे दूसरे शहरों की तरफ पलायन कर जाएंगे। इससे अमृतसर का कारोबार बुरी तरह से प्रभावित होकर रह जाएगा। इसलिए कपड़ा कारोबारियों को रोजाना दुकानें खोलने की मंजूरी दी जाए।
शहर में बढ़ रहे कोरोना के मामले, समझनी होगी जिम्मेदारी..
शहर में कोरोना के मामले तेजी से बढ़ रहे है। कोई दिन ऐसा नहीं जब पॉजिटिव केस सामने न आ रहे हों। ऐसे में सभी का फर्ज बनता है कि सरकारी गाइडलाइंस का पालन किया जाए। कपड़ा कारोबारियों ने प्रशासन के खिलाफ रोष प्रदर्शन किया। इस दौरान सभी दुकानदार एक जगह एकत्रित हो गए और शारीरिक दूरी का ध्यान नहीं रखा। ऐसे में कोरोना वायरस फैलने का खतरा और बढ़ सकता है।