ड्यूटी पर लेटलतीफ हैं सिविल अस्पताल अजनाला के टेक्नीशियन, इसीलिए तो सैंपलिग में कर रहे धांधली
सिविल अस्पताल अजनाला में कोरोना सैंपलिग के नाम पर चल रही धांधली का मामला स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया है।
जासं, अमृतसर: सिविल अस्पताल अजनाला में कोरोना सैंपलिग के नाम पर चल रही धांधली का मामला स्वास्थ्य विभाग के उच्चाधिकारियों के संज्ञान में आया है। दैनिक जागरण में रविवार को समाचार प्रकाशित होने के बाद जहां सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह ने जांच के आदेश दिए हैं, वहीं इससे सिविल अस्पताल प्रशासन में हड़कंप मच गया है। इस अस्पताल में सैंपलिग का टारगेट पूरा करने के लिए वीटीएम वायल्स में स्टिक तोड़कर डाले जाने की शिकायत है। यानी फर्जी ढंग से सैंपल भेज जाते हैं।
इसी बीच रविवार को अस्पताल में स्टाफ देरी से पहुंचा। करीब 11 बजे लैब टेक्नीशियन उपवन यहां आया। पूछने पर वह बगलें झांकने लगा। बाकी स्टाफ के बारे में जानकारी मांगी तो उसने कहा कि दो टेक्नीशियन रास्ते में हैं। करीब 15 मिनट बाद दोनों टेक्नीशियन भी यहां आ गए। हालांकि तब तक ज्यादातर लोग वहां से जा चुके थे। असल में कोरोना सैंपलिग के लिए सरकार ने रविवार की छुट्टी के दिन भी कर्मचारियों को काम करने का आदेश दिया है। इनका सुबह साढ़े आठ बजे तक ड्यूटी पर पहुंचना लाजिमी है।
यहां बताना जरूरी है कि इस अस्पताल से 28 अगस्त को मेडिकल कालेज में टेस्ट के लिए भेजे गए 92 सैंपलों में से 87 इंप्रोपराइटी पाए गए हैं। इसका अर्थ यह है कि सैंपल लिए ही नहीं गए या फिर सही तरीके से नहीं लिए गए। सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह ने कहा कि मामले की जांच की जा रही है। एक और झूठ
उपवन ने कहा कि रविवार को यहां सैंपल देने के लिए लोग नहीं आते। इसलिए हम अस्पताल में उपचाराधीन मरीजों का सैंपल लेंगे। यहां 70 मरीज उपचाराधीन हैं। लैब टेक्नीशियन का यह तर्क उचित नहीं, क्योंकि सिविल अस्पताल अजनाला में 50 बेड हैं और किसी भी मरीज को अस्पताल में एडमिट करने से पहले ही उसका कोविड टेस्ट करवाया जाता है। सैंपलिग के लिए किसी की ड्यूटी नहीं लगाई
सैंपल कलेक्शन सेंटर में एक डाक्टर का होना अनिवार्य है, पर सिविल अस्पताल अजनाला प्रशासन ने यहां डाक्टर को ड्यूटी पर नहीं लगाया। लैब टेक्नीशियन ही लोगों के गले से थ्रोड स्वैब ले रहे हैं और वही इसे पैक करके लैब तक भिजवा रहे हैं। सैंपल लेने का काम डाक्टर का है, जबकि टेक्नीशियन इसकी पैकिग करता है। सहायक सिविल सर्जन को सौंपी जांच
इधर, सिविल सर्जन डा. चरणजीत सिंह ने मामले की जांच का जिम्मा सहायक सिविल सर्जन डा. अमरजीत सिंह को सौंपा है। डा. अमरजीत सोमवार को अस्पताल के एसएमओ व टेक्नीशियन के बयान लेंगे।