कोविड टेस्ट न होने पर चिल्ड्रन होम ने दो बच्चों को दाखिल करने से किया मना
। फौजा सिंह ट्रस्ट के बाल गृह में रहने वाले दो लावारिस बच्चों को होशियारपुर के चिल्ड्रन होम में दाखिल करवाने पहुंची सामाजिक सुरक्षा विभाग की टीम को बैरंग ही लौटना पड़ा।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
फौजा सिंह ट्रस्ट के बाल गृह में रहने वाले दो लावारिस बच्चों को होशियारपुर के चिल्ड्रन होम में दाखिल करवाने पहुंची सामाजिक सुरक्षा विभाग की टीम को बैरंग ही लौटना पड़ा। बच्चों का कोविड टेस्ट नहीं करवाना इसका कारण रहा। चिल्ड्रन होम के फादर ने पहले अमृतसर में बच्चों का टेस्ट करवाने की बात कहते हुए उन्हें संस्था में भर्ती करने से मना कर दिया। डीसी शिवदुलार सिंह ढिल्लों की हिदायतों के बाद सीडीपीओ पवनदीप कौर ने दो कर्मचारी बलविदर सिंह तथा परगट सिंह को बच्चों को होम में दाखिल करवाने के लिए भेजा था।
सीडीपीओ पवनदीप कौर ने बताया कि एक बच्चा खिलचियां का रहने वाला है, जिसके माता और पिता की मौत हो चुकी है। दूसरा बच्चा मध्यप्रदेश का है, जिसके स्वजनों का पता लगाने के प्रयास किए जा रहे हैं। यह दोनों बच्चे पिछले कुछ समय से फौजा सिंह ट्रस्ट बाल गृह में रह रहे थे, तो डिप्टी कमिश्नर ने बच्चों के बेहतर भविष्य के लिए उन्हें चिल्ड्रन होम में दाखिल करवाने की हिदायतें दी थीं।
सामाजिक सुरक्षा विभाग के कर्मचारी बलविदर सिंह ने बताया कि आज सुबह वे दोनों बच्चों को लेकर होशियारपुर चिल्ड्रन होम पहुंचे। लेकिन होम के फादर ने कहा कि अमृतसर में कोरोना के कितने मामले रोज सामने आ रहे हैं, इसलिए पहले इन बच्चों का कोविड टेस्ट करवाया जाए। इसके बिना इन्हें हम यहां दाखिल नहीं कर सकते। इसके बाद वे बच्चों को अमृतसर वापस ले आए।