समाज में फैली बुराई को समाप्त करने का लें संकल्प: प्रो. चावला
। पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने देशवासियों को विजयदशमी की बधाई देते हुए कहा कि विजयदशमी हमारा सांस्कृतिक त्योहार है।
संवाद सहयोगी, अमृतसर
पूर्व मंत्री प्रो. लक्ष्मीकांता चावला ने देशवासियों को विजयदशमी की बधाई देते हुए कहा कि विजयदशमी हमारा सांस्कृतिक त्योहार है।
उन्होंने कहा कि जिस रावण को हमने वंश सहित नष्ट किया, उस रावण के राज में निश्चित ही एक भी बेटी दुष्कर्म जैसे अपराध की शिकार नहीं हुई थी। रावण ने भी सीता माता को अशोक वाटिका में महिला कर्मियों की देखरेख में रखा। इस समय हम भारतीयों को यह सोचना चाहिए कि क्या हमारे हाथ इतने साफ हैं कि हम रावण को जला सकें। विजयदशमी के बाद रामराज स्थापित होता है।
उन्होंने कहा कि हमें संकल्प लेना होगा कि हम केवल कागजी रावण को ही नहीं जलाएंगे, समाज में फैली बुराई और समाज विरोधी तत्वों को भी समाप्त करेंगे। चाहे इसके लिए कितना ही बलिदान क्यों न करना पड़े। प्रो. चावला ने देश की सरकारों से अपील करते हुए कहा कि अपराधियों व आरोपितों को न तो अपनी पार्टी में स्थान दें तथा न ही पार्टी चिन्ह पर उन्हें विधानसभा या संसद में भेजें।