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प्रधानमंत्री के बयान को किसानों ने बातचीत में बताया रुकावट, आठ तक बढ़ाया रेल ट्रैक पर धरना

किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से गांव देवीदासपुरा में रेल ट्रैक पर धरना रविवार को भी जारी रहा।

By JagranEdited By: Published: Mon, 05 Oct 2020 12:08 AM (IST)Updated: Mon, 05 Oct 2020 12:08 AM (IST)
प्रधानमंत्री के बयान को किसानों ने बातचीत में बताया रुकावट, आठ तक बढ़ाया रेल ट्रैक पर धरना

जागरण संवाददाता, अमृतसर : किसान मजदूर संघर्ष कमेटी की ओर से गांव देवीदासपुरा में रेल ट्रैक पर धरना रविवार को भी जारी रहा। किसानों ने रविवार को आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत और भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा का पुतला फूंका और प्रदर्शन किया। इसके साथ किसानों का रेल रोको आंदोलन 11वें दिन में दाखिल हो गया है। किसानों ने अब यह आंदोलन आठ अक्टूबर तक बढ़ा दिया है। साथ ही छह अक्टूबर को हरियाणा के 17 संगठनों व 14 अक्टूबर के देशव्यापी आंदोलन का पूर्ण समर्थन देने का एलान किया।

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किसान नेताओं सरवरण सिंह पंधेर, गुरबचन सिंह चब्बा, सुखविदर सिंह सभरा और लखविदर सिंह ने कहा कि मोदी का बयान पूरी तरह से किसानों के साथ बातचीत को बढ़ाने में रुकावट है। सरकार को किसानों के साथ बातचीत का माहौल पैदा करना चाहिए। कृषि सुधार कानून देश हित का फैसला नही है। उन्होंने कहा कि राष्ट्रीय महामंत्री तरुण चुग के बयान बातचीत को प्रभावित करने वाले हैं। राहुल गांधी का पंजाब दौरा भी किसानों के आंदोलन को कम करेगा। किसान विरोधी कानूनों के लिए कांग्रेस भी बराबर की जिम्मेवार है। इस दौरान जर्मनजीत सिंह, निशान सिंह, कंवजीत सिंह, संतोख सिंह, तरसेम सिंह, कर्म सिंह, सुखदेव सिंह व गुरभेज सिंह ने भी संबोधित किया।

भाजपा के केंद्रीय नेताओं को पंजाब में नहीं आने देंगे

राज्य के 31 किसान संगठनों की ओर से राज्यसभा सदस्य श्वेत मलिक के घर के बाहर दिए जा रहे धरने के दौरान एलान किया कि किसान भाजपा के केंद्रीय मंत्रियों और नेताओं को पंजाब के अंदर प्रवेश होकर जनता को संबोधित नहीं करने देंगे। इसके लिए प्रदर्शनकारियों ने कारपोरेट घरानों के पुतले फूंके और सरकार की नीतियों को पूरी तरह जन विरोधी बताया।

किसान नेताओं जतिदर सिंह छीना, हरजीत सिंह झीते, कंवलप्रीत सिंह पन्नू ने कहा कि भाजपा नेताओं सोमप्रकाश और हरदीप सिंह पुरी ने कृषि कानूनों की वकालत करके किसानों के रोष को बढ़ा दिया है। यह कानून किसी तरह किसानों के हितों की रक्षा करने वाले नहीं है। उन्होंने कहा कि अगर कानून किसानों के हितों वाले हैं तो मंत्री को किसानों के साथ इस पर डिबेट करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि किसान पंजाब में भाजपा नेताओं की सारी गतिविधियों को जाम कर देंगे। इस दौरान किसान नेताओं महिदर सिंह, बचित्तर सिंह , आढती एसोसिएशन के अमनदीप सिंह छीना, मेजर सिंह , महिदर सिंह , बलराज सिंह , गुरदियाल सिंह ने भी संबोधित किया।

बुटारी : आल इंडिया किसान सभा और विभिन्न किसान संगठनों की ओर से गांव बुटारी में रेलवे लाइनों पर धरना रविवार को भी जारी रहा। उधर, अमृतसर-अजनाला रोड पर स्थित रिलायंस मार्ट के बाहर भी भारतीय किसान यूनियन उग्राहा ग्रुप का प्रदर्शन जारी रहा। मार्ट किसान आंदोलन के पहले दिन से ही बंद है। इसके बावजूद मार्ट के आसपास सरकार और निजी सिक्योरिटी तैनात की गई है। यहां किसान नेताओं अवतार सिंह ,मेजर सिंह , कुलदीप सिंह , और जसविदर सिंह ने संबोधित किया।

बुटारी रेलवे लाइनों पर संबोधित करते हुए किसान नेताओं लखबीर सिंह निजामपुरा, भूपिदर सिंह, दविदर सिांह , रविदर सिंह अजीत सिंह बाठ ने कहा कि कारपोरेट घराने शुरू से ही आम जनता विरोधी रहे है। कारपोरेट जगत का मुख्य मकसद लोगों का शोषण करके आर्थिक लाभ कमाना है। फिर इन के भरोसे किसानों का भविष्य कैसे सुरक्षित रह सकता है, जबकि कारपोरेट घरानों की बुनियाद ही लाभ कमाने पर निर्भर है। इस दौरान बलदेव सिंह पंडोरी, अजीत पाल सिंह , प्रगट सिंह जमाराय, हप्रीत सिंह बुटारी ने भी संबोधित किया।


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