भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी : डीएचओ
लोगों को शुद्ध आहार उपलब्ध करवाने वाले फूड सेफ्टी विभाग में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा।
जागरण संवाददाता, अमृतसर : लोगों को शुद्ध आहार उपलब्ध करवाने वाले फूड सेफ्टी विभाग में भ्रष्टाचार बर्दाश्त नहीं होगा। भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। किसी भी फूड इंस्पेक्टर के खिलाफ मिलने वाली शिकायत की गंभीरता से जांच होगी। यह बात नवनियुक्त जिला स्वास्थ्य अधिकारी डा. भारती धवन ने कही। उन्होंने कहा कि भ्रष्टाचार करने वाले कर्मचारियों के खिलाफ वह स्वयं थाने में केस दर्ज करवाएंगे। पंजाब सरकार द्ने फूड सेफ्टी विग इसीलिए बनाया गया है कि ताकि लोगों को शुद्ध खाद्य पदार्थ उपलब्ध करवाए जा सकें, मिलावटखोरों पर शिकंजा कसा जा सके। यदि उनके विभाग का फूड इंस्पेक्टर या कोई भी कर्मचारी किसी दुकानदार से रिश्वत की मांग करता है तो इसकी जानकारी उन्हें दी जाए। सूचना देने वाले का नाम गुप्त रखा जाएगा। वह सख्त एक्शन लेंगी।
डा. भारती के अनुसार जिले में सैंपलिग अभियान तेज करने के लिए चार टीमों का गठन किया गया है। जिले में फूड सेफ्टी एंड स्टैंडर्ड एक्ट को सख्ती से लागू किया जा रहा है। इसके लिए चार टीमों का गठन किया गया है। ये टीमें लगातार छापामारी कर रही हैं। जहां भी अनियमितता पाई गई, संबंधित फूड आपरेटर के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी।
इसके अतिरिक्त् हर फूड आपरेटर व उनके अधीन काम करने वाले कर्मचारियों का मेडिकल फिटनेस सर्टिफिकेट होना चाहिए। वहीं कोरोना वैक्सीन भी लगी होनी चाहिए। यहां बताना जरूरी है कि जिला स्वास्थ्य अधिकारी की कुर्सी पर आसीन रहे पूर्व अधिकारी डा. लखबीर सिंह भागोवालिया व डा. इंद्रमोहन गुप्ता पर भ्रष्टाचार के आरोप लगे थे। विभाग ने इनका तबादला तो किया, पर कार्रवाई नहीं की गई।