प्रियंका गांधी के कहने पर सिद्धू दंपती को बचाया गया : वल्टोहा
। शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने जौड़ा फाटक रेल हादसे में नगर निगम के पांच कर्मचारियों को दोषी ठहराए जाने को न्याय के साथ भद्दा मजाक करार दिया है।
जागरण संवाददाता, अमृतसर
शिरोमणि अकाली दल (शिअद) ने जौड़ा फाटक रेल हादसे में नगर निगम के पांच कर्मचारियों को दोषी ठहराए जाने को न्याय के साथ भद्दा मजाक करार दिया है।
शिअद के पूर्व मुख्य संसदीय सचिव विरसा सिंह वल्टोहा ने प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा है कि जौड़ा फाटक रेल हादसे में पूर्व स्थानीय निकाय मंत्री नवजोत सिद्धू और उनकी पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू को क्लीन चिट दिलाने में कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने अहम भूमिका निभाई है।
वल्टोहा ने कहा कि एक सेवानिवृत जिला जज द्वारा न्यायिक जांच में निगम के जूनियर अधिकारियों को गलत तरीके से फंसाया गया। असली दोषी सिद्धू दंपती व कांग्रेस पार्षद मिट्ठू मदान को रेल हादसे में हुई 61 लोगों की मौत के लिए जिम्मेदार ठहराया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि पंजाब की कैप्टन सरकार प्रियंका गांधी के दबाव में आ गई। प्रियंका गांधी के आदेशों पर सिद्धू दंपती व उनके समर्थकों को बचा कर 61 मृतकों के साथ अन्याय किया गया है। अकाली दल इस मामले की पक्षपात वाली न्यायिक जांच को रद करता है। उनकी मांग है कि पंजाब एवं हरियाणा हाई कोर्ट के वर्तमान न्यायाधीश से इस पूरे प्रकरण की जांच करवाई जाए। उन्होंने कहा कि इस हादसे के लिए सीधे तौर पर जिम्मेदार सिद्धू दंपती और मिट्ठू मदान के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया जाए। रेल हादसे के पीड़ित परिवारों के साथ जो वादे किए गए थे, उन्हें भी पूरा नहीं किया गया।