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दुकानदारों की आवाज, रोज दुकान खोलने की मिले मंजूर बेशक समय घटा दे प्रशासन

जिला प्रशासन की ओर से शहर में दुकानें खोलने के लिए रोटेशन सिस्टम लागू किया गया है। इसके तहत एक दिन में पचास फीसद दुकानें खोलने की मंजूरी है।

By JagranEdited By: Published: Tue, 25 May 2021 12:00 PM (IST)Updated: Tue, 25 May 2021 12:00 PM (IST)
दुकानदारों की आवाज, रोज दुकान खोलने की मिले मंजूर बेशक समय घटा दे प्रशासन
दुकानदारों की आवाज, रोज दुकान खोलने की मिले मंजूर बेशक समय घटा दे प्रशासन

कमल कोहली, अमनदीप, अमृतसर: जिला प्रशासन की ओर से शहर में दुकानें खोलने के लिए रोटेशन सिस्टम लागू किया गया है। इसके तहत एक दिन में पचास फीसद दुकानें खोलने की मंजूरी है। यानी आमने-सामने की दुकानें दिन वाइज खोली जा रही हैं। बाजारों में भीड़ तो है पर इसका फायदा नहीं हो रहा है। दुकानदारों का कहना है कि ग्राहक नहीं आ रहे। यदि प्रशासन लुधियाना, तरनतारन की तरह सभी दुकानें खोलने की मंजूरी देते हुए समय कम भी कर दे तो दुकान में ग्राहक आने की संभावना बढ़ सकती है। दुकानदारों को सरकार की ओर से कोई सुविधा नहीं मिली रहीं। उनके लिए खर्चे निकालना मुश्किल हो चुका है। हालात यदि ऐसे रहे तो दुकान में बंद करने की भी नौबत आ सकती है। हमारा फोटोस्टेट व फार्म बेचने का काम है। तीन दिन दुकानें खुलने से दुकानदारों के खर्चे भी नहीं निकल रहे हैं। बाजार में ग्राहक बिल्कुल नहीं है। खर्चे निकालना मुश्किल होता जा रहा है।

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-रशपाल उप्पल, दुकानदार हमारा लेदर तथा शूज मटीरियल का काम है। बाजारों में भीड़ तो है पर इस समय बाजार में ग्राहक ही नहीं। यदि सरकार लेफ्ट एंड राइट रोटेशन को खत्म कर दें और कम समय में दुकानें खोलने की इजाजत दे तो ग्राहक निकल सकता है।

-राम महाजन, दुकानदार हमारी ऐनक की दुकान है। इन दिनों ऐनकों का सीजन होता है। अब तो दुकान पर आते हैं और बेकार बैठकर चले जाते हैं। एक भी का ग्राहक नहीं है जिससे खर्चा करना मुश्किल होता जा रहा है। सरकार को दुकानदारों की मदद करनी चाहिए।

-राजेश शर्मा, दुकानदार

दुकानों के सभी खर्चे बढ़ते जा रहे हैं। बिजली का बिल रुटीन में आता है। अगर एक दिन लेट हो जाए जुर्माना भी लग जाता है। सरकार को दुकानदारों की कोई परवाह नहीं है। हमारा काम टाइपिग का है। टाइपिग का काम भी बंद होता जा रहा है।

-भूपिदर सिंह, दुकानदार दुकानों की खोलने की रोटेशन सही करनी चाहिए। समय कम कर देना चाहिए। पड़ोसी जिलों की तरह रोजाना दुकान खुलने की परमिशन होनी चाहिए। इससे ग्राहक भी निकलेगा और बाजारों से भीड़ भी कम होगी।

-संजीव ओहरी, दुकानदार सरकार को बिजली के बिल माफ करने चाहिए। दुकानदारों को आर्थिक सहायता देनी चाहिए। केंद्र व पंजाब सरकार को मिलकर व्यापारियों के हित के लिए योजना बनानी चाहिए।

- मनीष अरोड़ा, दुकानदार हर एक दुकानदार परेशान है। दुकानदारों की आर्थिक दशा काफी प्रभावित हो चुकी है। पिछले साल से मंदी छाई हुई है। बाजार में सिर्फ 25 प्रतिशत काम ही रह गया है। ऐसे में खर्चे कैसे निकाले जाएंगे।

-कमल किशोर, दुकानदार लुधियाना व तरनतारन की तर्ज पर दुकान खोलने की रूपरेखा बनानी चाहिए। समय चाहे कम करके दुकानें खोलने दी जाए। इससे बाजार में ग्राहक निकलेगा तथा भीड़ पर भी नियंत्रण रहेगा।

-सुमित अरोड़ा, दुकानदार दुकानदारों के लिए विशेष आर्थिक पैकेज देना चाहिए। सरकार को इस बारे कार्रवाई करनी चाहिए। दुकानदारों की हालात काफी खराब है। कर्मचारियों को वेतन भी देना पड़ता है तथा अन्य खर्चे भी निकालने पड़ते है। यह सब जमा पूंजी में से ही हो रहा है।

-अश्विनी कुमार, दुकानदार सरकार को सुविधाएं देनी चाहिए। टैक्सों में छूट होनी चाहिए। जुर्माना सिस्टम बंद होना चाहिए। दुकानदारों को विशेष आर्थिक पैकेज देना चाहिए। दुकानों को खुलने की रोटेशन को ठीक करना चाहिए।

-राकेश कुमार, दुकानदार


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