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रिफ्रेशर कोर्स से सिख धर्म का इतिहास व गुरमति ज्ञान प्राप्त करेंगे विद्यार्थी

शिरोमणि गुरुद्वारा एसजीपीसी की ओर से गुरुद्वारा साहिब के मुलाजिमों के साथ-साथ अब शिक्षण संस्थाओं के मुलाजिमों के लिए रिफ्रेशर कोर्स लगाए जाएंगे।

By JagranEdited By: Published: Tue, 19 Jan 2021 06:58 PM (IST)Updated: Tue, 19 Jan 2021 06:58 PM (IST)
रिफ्रेशर कोर्स से सिख धर्म का इतिहास व गुरमति ज्ञान प्राप्त करेंगे विद्यार्थी
रिफ्रेशर कोर्स से सिख धर्म का इतिहास व गुरमति ज्ञान प्राप्त करेंगे विद्यार्थी

संवाद सहयोगी, अमृतसर : शिरोमणि गुरुद्वारा एसजीपीसी की ओर से गुरुद्वारा साहिब के मुलाजिमों के साथ-साथ अब शिक्षण संस्थाओं के मुलाजिमों के लिए रिफ्रेशर कोर्स लगाए जाएंगे। धार्मिक अध्यापक स्कूल, कालेजों के विद्यार्थियों को सिख धर्म के इतिहास व गुरबाणी दृढ़ करवाने के अलावा शिक्षण संस्थाओं के स्टाफ को भी गुरमति से जोड़ेंगे। एसजीपीसी की अध्यक्ष बीबी जगीर कौर के दिशानिर्देश के तहत डायरेक्टर शिक्षा ने शिक्षण संस्थाओं को पत्र जारी किया है।

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गौर हो कि एसजीपीसी के प्रबंध वाले गुरुद्वारा साहिबों में मुलाजिमों को गुरमति दृढ़ करवाने के लिए 15 दिन के रिफ्रेशर कोर्स लगाए जा चुके हैं। इसके तहत ही अब शिक्षण संस्थाओं में यह कोर्स जरूरी किए गए हैं। एसजीपीसी की प्रधान बीबी जगीर कौर ने कहा कि सिख संस्था एसजीपीसी की ओर से चलाए जाते शिक्षण संस्थाओं का उद्देश्य सिखी प्रचार करना भी है। इसको लेकर शिक्षण संस्थाओं के मुलाजिमों के रिफ्रेशर कोर्स व विद्यार्थियों के गुरमति प्रशिक्षण कैंप लगाने का फैसला किया गया है।

इसके अलावा पहले की तरह रोजाना धार्मिक कक्षाएं भी जारी रहेगी। उन्होंने कहा कि जिन शिक्षण संस्थाओं में श्री गुरु ग्रंथ साहिब जी का प्रकाश है वहीं संबंधित ग्रंथी व सेवादार के अलावा संस्था के कर्मचारी भी रोजाना हाजिरी भरेंगे। इसके साथ ही सुबह के समय का हुकमनामा संस्था के बेहतरीन स्थान पर मर्यादा सहित लिखने का प्रबंध किया जाएगा। संस्थान में गुरु साहिबान से जुड़ा इतिहास व तस्वीर लगाना जरूरी

बीबी जगीर कौर ने कहा कि जिस भी गुरु साहिबान या शख्सियत के नाम पर स्कूल या कालेज स्थापित किया गया है, उस संबंध में संक्षेप इतिहास के साथ-साथ एतिहासिक तस्वीर लगानी जरूरी की गई है। इससे विद्यार्थियों व मुलाजिमों में धर्म व इतिहास के प्रति जागरूकता बनी रहेगी। उन्होंने कहा कि शिक्षा संस्थाओं में एतिहासिक दिवस संगति रूप में मनाने तथा अलग-अलग एतिहासिक गुरुद्वारा साहिबान के विद्यार्थियों को दर्शन करवाने के लिए भी प्रबंध किया जाएगा। संस्थानों में मुकाबले भी करवाए जाएंगे

बीबी जगीर कौर ने कहा कि समय समय सिख इतिहास से संबंधित गतिविधियां जैसे गुरबाणी कंठ मुकाबले, दस्तार मुकाबले, ऐतिहासिक पेंटिग मुकाबले, कविश्री मुकाबले, सिख पहरावे संबंधी मुकाबले, सिख मार्शल आर्ट गतका मुकाबले आदि को भी शिक्षण संस्थाओं में यकीनी बनाया जा रहा है।


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