कैश काउंटरों पर सिक्योरिटी नदारद, पावरकॉम मैनेजमेंट मौन
शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में लूटपाट की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं।
हरदीप रंधावा, अमन देवगन, अमृतसर व अजनाला : शहर के साथ-साथ ग्रामीण क्षेत्रों में लूटपाट की घटनाएं बढ़ती जा रही हैं। सोमवार को सब-अर्बन सर्किल की सब-डिवीजन खासा में 3.28 लाख रुपये की लूट होते-होते बची है। क्योंकि एक कार में आए अज्ञात चार-पांच लुटेरों ने बिजली विभाग के कर्मचारियों से बैंक में कैश जमा करवाने से पहले गन प्वाइंट की मदद से उन्हें लूटना चाहा, मगर लूट होने से बच गई।
इससे पहले भी पिछले साल 23 जुलाई 2019 को खासा बिजली घर के कर्मचारियों से बैंक में कैश जमा करवाने के लिए जाते हुए लूट की कोशिश हुई थी। विभागीय अधिकारियों ने उस घटना से भी सबक नहीं लिया व कैश काउंटरों के साथ-साथ बैंक में कैश लेकर जाने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा को यकीनी नहीं बनाया गया।
कैश वाली गाड़ी व कैश काउंटर हैं बिना सिक्योरिटी
सब-डिवीजन खासा में सोमवार को दोपहर के बाद बिजली घर के कर्मचारियों से 3.28 लाख रुपये की लूट की कोशिश के बाद मंगलवार को दैनिक जागरण की टीम ने सिटी व सब-अर्बन सर्किल के विभिन्न बिजली घरों का जायजा लिया। इस दौरान पाया कि अधिकतर बिजली घरों के कैश काउंटर व कैश लेकर जाने वाले पावरकॉम के कर्मचारी बिना सिक्योरिटी के ही चलते हैं। अजनाला डिवीजन के बिजली घर के कैश काउंटरों पर किसी प्रकार की सुरक्षा नहीं दिखी। यहां लोग अपने बिजली के बिल भरने के लिए लाइन में खड़े हुए थे। पिछले साल कुकड़ां वाला बिजली घर में लाखों रुपये की लूट होने के बाद उपभोक्ताओं को अजनाला बिजली घर के कैश काउंटर पर बिजली के बिल जमा करवाने के निर्देश जारी हुए थे, मगर उक्त बिजली घर के कैश काउंटर पर ही कोई सुरक्षा का प्रबंध नहीं है।
सिक्योरिटी संबंधी अधिकारियों को जारी हुए निर्देश
बार्डर जोन के चीफ इंजीनियर प्रदीप कुमार सैनी का कहना है कि खासा बिजली घर में कैश लेकर जाने वाले कर्मचारियों से कैश लूटने की घटना होते-होते बची है, मगर बिजली घर में सिक्योरिटी का न होना भी चिता का विषय है। सिटी व सब-अर्बन सर्किल के सभी बिजली घरों के कैश काउंटरों व कैश लेकर जाने वाले कर्मचारियों के साथ सिक्योरिटी के लिए अधिकारियों को निर्देश जारी कर दिए गए हैं। खासा बिजली घर से संबंधित अधिकारियों से भी बातचीत हुई है, ताकि उक्त बिजली घर के कैश काउंटर व कैश लेकर जाने वाले कर्मचारियों की सुरक्षा यकीनी बनाई जाए।