शिअद ने पंचायत चुनाव में जताई खूनी ¨हसा की आशंका
अमृतसर शिरोमणि अकाली दल बादल ने 19 सितंबर को होने जा रहे पंचायत चुनाव में ¨हसा होने की आशंका जताते हुए राज्य में अविलंब अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग की है।
संवाद सहयोगी, अमृतसर
शिरोमणि अकाली दल बादल ने 19 सितंबर को होने जा रहे पंचायत चुनाव में ¨हसा होने की आशंका जताते हुए राज्य में अविलंब अर्द्धसैनिक बलों की तैनाती की मांग की है। पूर्व मंत्री एवं मजीठा से विधायक बिक्रम मजीठिया की अगुवाई में शिअद नेताओं ने कांग्रेस सरकार पर संभावित हार को देखते हुए बौखलाहट में चुनाव में बडे़ स्तर पर गुंडागर्दी करने की तैयारी किए जाने का आरोप भी लगाया है। बकौल मजीठिया, अगर चुनाव में गड़बड़ी हुई तो इसके लिए सीधे तौर पर सीएम कैप्टन अम¨रदर ¨सह एवं उनकी मंत्रियों की फौज जिम्मेदार होगी। मजीठिया ने कहा कि फरीदकोट में शिअद बादल की सफल रैली से बौखलाई सरकार अब पंचायत चुनाव में गड़गड़ी कर चुनाव जीतने की फिराक में है। मजीठिया ने कहा कि जिस तरह कांग्रेस सरकार ने सरकारी अधिकारियों पर दबाव डालकर चुनाव में शिअद बादल उम्मीदवारों के कागज रद करवाएं हैं, इससे साफ है कि हार को देखते हुए सरकार चुनाव में अपनी जीत दर्ज करवाने के लिए कत्लेआम भी करवा सकती है। उन्होंने कहा कि अगर चुनाव निष्पक्ष ना हुए तो री-पोल के लिए शिअद पंजाब व हरियाणा हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटा सकती है। उन्होंने सरकारी अधिकारियों (रिटर¨नग अफसर) को भी चेतावनी दी कि वे कांग्रेस सरकार का साथ देने से बाज आएं अन्यथा उन्हें भी अदालतों में घसीटा जाएगा।
खैहरा -संधू तो कांग्रेस में शामिल हो चुके हैं
उन्होंने खुलासा किया कि सुखपाल ¨सह खैहरा -कंवर संधु ग्रुप ने तो पंचायत चुनाव में अपने उम्मीदवार ही नहीं मैदान में उतारे हैं, वे तो कांग्रेस पार्टी में ही शामिल हो चुके हैं , बस केवल घोषणा होनी ही बाकी है। खेहरा कांग्रेस उम्मीदवारों को जिताने में जीजान से जुटे हुए हैं। आम आदमी पार्टी ने भी केवल दस प्रतिशत उम्मीदवार ही चुनावी दंगल में उतारे हैं।
रेफरेंडम 20-20 पंजाब को अलग देश बनाने की साजिश
रेफरेंडम 20-20 का जिक्र करते हुए उन्होंने कहा कि लंदन में हुई रैली में पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आइएसआइ ने फं¨डग की थी, आइएसआइ के प्रमुख कर्नल राणा के नेतृत्व में रैली स्थल की अनुमति के लिए करोडों रुपयों का भुगतान यूके सरकार को किया गया। राज्य में एक बार फिर आतंकवाद के दौर की शुरुआत हो रही है। जालंधर के मकसूदां में हुए बम बलास्ट की जिम्मेदारी खालिस्तान संगठन ने ली है, सरकार लोगों का असली मुद्दों से ध्यान हटाने के लिए आतंकवादियों को इस कारनामों के लिए शह दे रही है।
कमिश्नर ईमानदार, मगर मजबूर, विधायकों के इशारों पर लग रहे डीएसपी-एएसपी
उन्होंने गुरु का बाजार लूटकांड का उल्लेख कर पुलिस कमिश्नर एसएस श्रीवास्तव को क्लीन चिट देते हुए कहा कि पुलिस विभाग उनके नियंत्रण में नहीं है, पुलिस अधिकारियों की तैनाती स्थानीय विधायकों के इशारे पर की जा रही है, उन्हें हुक्म भी विधायक ही जारी कर रहे हैं। गैंगस्टर इन विधायकों के इशारे पर ही खुलमखुला लूट-खसूट एवं आपराधिक कार्रवाईयां कर रहे हैं। कैप्टन का भी उक्त विधायकों व मंत्रियों पर भी कोई नियंत्रण नहीं रह गया है।