अध्यापक विद्यार्थियों के लिए बने रोल माडल : डा. करन अवतार सिंह
चेयरमैन डा. करन अवतार सिंह का कहना है कि अध्यापकों को हमेशा ही अपने विद्यार्थियों में पढ़ाई के साथ-साथ सृजनात्मक सोच को उत्साहित करना चाहिए ताकि वे भविष्य में देश व समाज के विकास में अहम रोल अदा कर सकें
जागरण संवाददाता, अमृतसर
पंजाब सरकार के पूर्व मुख्य सचिव व पंजाब वाटर रेगुलेशन विकास अथारिटी (पीडब्लयूआरडीए) के चेयरमैन डा. करन अवतार सिंह का कहना है कि अध्यापकों को हमेशा ही अपने विद्यार्थियों में पढ़ाई के साथ-साथ सृजनात्मक सोच को उत्साहित करना चाहिए, ताकि वे भविष्य में देश व समाज के विकास में अहम रोल अदा कर सकें। वह वीरवार को गुरु नानक देव यूनिवर्सिटी (जीएनडीयू) के मानवीय स्त्रोत व विकास केंद्र में शुरू हुए सीनियर अध्यापकों के लिए लीडरशिप विकास प्रोग्राम के उद्घाटनी समारोह में संबोधित कर रहे थे, जोकि जीएनडीयू के आनलाइन कार्यक्रम में जुड़े थे। एक सप्ताह के प्रोग्राम में वक्ता अपने तजुर्बे सांझा करेंगे, ताकि अध्यापकों में एक अच्छे लीडर के गुणों को प्रफुल्लित किया जा सके। उन्होंने कहा कि समाज को सही दिशा देने की जिम्मेदारी अध्यापकों के कंधों पर ही होती है, जोकि विद्यार्थियों में जागरुकता लाने के साथ-साथ उनकी कल्पना शक्ति, वचनबद्धता, सख्त मेहनत को उभारते हुए उनके आत्म विश्वास को बढ़ाएं। उनके सम्मान में संबोधित करते हुए जीएनडीयू के वाइस चांसलर (वीसी) डा. जसपाल सिंह संधू ने कहा कि पीडब्ल्यूआरडीए पानी की संभाल व उसकी बचत के प्रति जागरुक करने का काम करेगी और उन्होंने डा. करन अवतार सिंह का कार्यक्रम में जुड़ने के लिए आभार व्यक्त किया। केंद्र के डायरेक्टर प्रोफेसर आदर्शपाल विग ने मानवीय स्रोत ते विकास केंद्र द्वारा फैकल्टी सदस्यों को कैरियर को अपडेट करने के लिए समय-समय पर प्रोग्राम करवाने का निर्णय लिया है। जबकि डिप्टी डायरेक्टर डा. राजबीर सिंह भट्टी ने कार्यक्रम में जुड़े मेहमानों का आभार व्यक्त किया। इस मौके पर कोर्स के कोआर्डिनेटर प्रो. सरोज अरोड़ा और प्रो. सुखप्रीत सिंह ने कहा कि कार्यक्रम में जुड़े लोगों को खासा लाभ मिलेगा।