अटारी बार्डर पर नहीं होगी गणतंत्र दिवस परेड व आयोजन, दर्शकों के पर भी रहेगी रोक
पंजाब में भारत-पाकिस्तान के अटारी वाघा बार्डर पर इस बार गणतंत्र दिवस परेड व रिट्रीट सेरेमनी नहीं होगी। गणतंत्र दिवस के अवसर पर भी दर्शकों को यहां आने की अनुमति नहीं होगी। यह कदम कोविड-19 के कारण लागू पाबंदियों से उठाया गया है।
अटारी (अमृतसर), जेएनएन/एएनआइ । इस बार गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत-पाकिस्तान के अटारी वाघा बार्डर (Attari Wagah border) पर कोई परेड का आयोजन नहीं होगा। कोरानना वायरस (Corona Virus) से पैदा हालात के कारण यह कदम उठाया गया है। सीमा सुरक्षा बल (BSF) की ओर से कहा गया है कि इस अवसर पर कोई संयुक्त या समन्वित परेड नहीं होगी। किसी दर्शक को भी अटारी बार्डर पर आने की अनुमति नहीं होगी।
सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक वरिष्ठ अधिकारी ने बताया कि इस बार 26 जनवरी को अटारी वाघा बार्डर पर किसी परेड का आयोजन नहीं किया जाएगा। भारत और पाकिस्तान के जवानों की कोई संयुक्त परेड नहीं होगी। इस मौके पर कोई रिट्रीट सेरेमनी भी नहीं होेगी। सिर्फ परंपरा के अनुरूप राष्ट्रीय ध्वज फहराने और शाम को उतारने की रस्म होगी।
बीएसएफ के अधिकारी ने बताया कि यह कदम कोविड -19 (Covid-19) के संक्रमण के खतरे और इसके कारण लगाई गई पाबंदियों की वजह से उठाया गया है। गणतंत्र दिवस पर दर्शकों को भी अटारी बाघा बार्डर आने की अनुमति नहीं होगी।
बता दें कि पिछले साल 7 मार्च से अटारी वाघा बार्डर (Attari Wagha border) पर दर्शकाें के आने पर रोक है। बार्डर पर शाम को होने वाली रिट्रीट सेरेमनी भी नहीें हो रही है। दूसरी ओर, सूत्रों का कहना है कि पाकिस्तान की ओर से पिछले कुछ दिनों से दर्शकों को आते-जाते देखा गया है।
भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव पूर्ण हालात के कारण भारत की ओर से पिछले कई अवसरों पर मिठाइयां भी परंपरा भी नहीं निभाई जा रही है। इसके साथ ही बीएसएफ सूत्रों ने बताया कि गणतंत्र दिवस पर किस तरह का आयोजन अटारी बार्डर पर किया जाए इस संबंध में जल्द ही बैठक कर फैसला किया जाएगा।
बता दें कि अटारी बार्डर पर रोज शाम रिट्रीट सेरेमेनी के साथ ही 15 अगस्त को स्वतंत्रता दिवस और 26 जनवरी को गणतंत्र दिवस पर खास परेड होती थी। इसमें काफी संख्या में दर्शक मौजूद रहते थे। लेकिन, इस बार गणतंत्र दिवस पर भी अटारी बार्डर सूना रहेगा।