गीता के उपदेश जीव की आवश्यकता हैं: स्वामी ज्ञानानंद
। श्रीमद्भागवत गीता के उपदेश जीव की आवश्यकता हैं। हमें हमेशा गीता के उपदेशों को अपने जीवन में धारण करके जीवन व्यतीत करना चाहिए।
संवाद सहयोगी, अमृतसर
श्रीमद्भागवत गीता के उपदेश जीव की आवश्यकता हैं। हमें हमेशा गीता के उपदेशों को अपने जीवन में धारण करके जीवन व्यतीत करना चाहिए। यह प्रवचन श्री कृष्ण कृपा सेवा सोसायटी द्वारा श्री गोपाल मंदिर मजीठा रोड में करवाये गए धार्मिक समारोह में महामंडलेश्वर स्वामी ज्ञानानंद ने किए। उन्होंने कहा कि जीवन तभी आनंदमयी हो सकता है, जब हम अपने भीतर गीता के उपदेशों को समा लें। आज पूरा विश्व गीता के उपदेशों को अपने भीतर समा कर जीवन व्यतीत करने की ओर अग्रसर हो रहा है। क्योंकि गीता जीवन जीने की कला बताती है। मानव को बिना फल की इच्छा के कार्य करना चाहिए। हमें अपने बच्चों को गीता के उपदेशों का उच्चारण करवाना चाहिए। इससे मन में शुद्ध विचार पैदा होंगे। युवा गीता का उच्चारण करके स्वच्छ जीवन व्यतीत कर सकते हैं तथा समाज में फैली हुई कुरीतियों से दूर रह सकता है। हमारे पास निजी कार्यों के लिए काफी समय होता है मगर प्रभु सिमरन के लिए हमसे कुछ क्षण भी नहीं निकलते। जिससे जीव तनाव भरे वातावरण में फंसता जा रहा है। गीता का ज्ञान प्रेरणा स्त्रोत है। इसलिए हम गीता के श्रोता बनें तथा उस पर चितन व मंथन करें। गीता ज्ञान प्रतियोगिता करवाने वाले बब्बर का सम्मान
अमृतसर के निपा संस्था चलाने वाले गुरशरण सिंह बब्बर को महामंडलेश्वर ने सम्मानित किया। स्वामी ज्ञानानंद ने कहा कि बब्बर अब तक करीब 35 हजार युवाओं को गीता ज्ञान प्रतियोगिता से जोड़ चुके हैं। इस अवसर पर बच्चों ने गीता के श्लोकों का उच्चारण करके गीता के साथ जुड़ने का संदेश दिया। स्वामी ने श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति तथा जीओ गीता परिवार अमृतसर की टीम को सम्मानित किया। समारोह में पार्षद मोनिका शर्मा, गिरीश शर्मा, डा. सुदर्शन अग्रवाल, प्रदीप भाटिया, चरणजीत शर्मा, जेपी शर्मा, राणा महाजन, कैलाश चंद्र, सतपाल शर्मा, रमेश वर्मा, दिनेश ठाकुर, प्रदीप शर्मा, विशाल शर्मा, मनोज सरीन, जगदीश पाल शर्मा, विजय गुप्ता, नरिदर वर्मा, रजिदर कुमार, शाम भंडारी, हितेश सोनी, विनोद हांडा, जगदीश सहगल, वरिदर महाजन, सुभाष महाजन, अनिल कुमार, किरण कुमार, चंद्रेश महाजन, मुनीश, कर्ण भाटिया, दविदर शर्मा, अनूप गुप्ता, रमन, हिमांशु आदि मौजूद थे।