पुरी की पूरी न हुई आस, गुरजीत ने जीत लिया मैदान
भाजपा के हरदीप पुरी की आस पूरी नहीं हो पाई।
नितिन धीमान, अमृतसर
भाजपा के हरदीप पुरी की आस पूरी नहीं हो पाई। कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह औजला ने उन्हें 100003 मतांतर से शिकस्त दी। 'चुनावी परीक्षा' का परिणाम जानने के लिए दोनों ही नेता बेहद उत्सुक थे। औजला व पुरी ने वीरवार तड़के श्री हरिमंदिर साहिब में माथा टेका। इसके बाद दोनों नेता अपने-अपने घरों में टीवी स्क्रीन पर नजरें गढ़ाकर बैठ गए।
यह वही आवास है जहां हरदीप पुरी पिछले बीस दिन से डेरा जमाए हुए हैं। सुबह से ही हरदीप पुरी अपने आवास पर टीवी स्क्रीन के सामने लगातार जमे रहे। इस दौरान उन्होंने किसी से मुलाकात नहीं की। कभी उठकर तो कभी बैठ कर हरदीप पुरी ने मतणगना के सभी चरण देखें और फिर गहरी खामोशी धारण कर ली। भाजपा प्रत्याशी हरदीप सिंह पुरी इस बात से आश्वास्त थे कि उन्हें भारी मतों से विजय मिलेगी। बीस दिन तक चुनाव प्रचार के दौरान उनके चेहरे पर जीत की चमक भी दिखाई दे रही थी। असल में हरदीप सिंह पुरी को भाजपा नेता केंद्रीय मंत्री के रूप में प्रस्तुत कर रहे थे। खुद पुरी जनता में जाकर यह बात कहते थे कि उन्होंने केंद्रीय मंत्री के रूप में अमृतसर में विकास के कई प्रोजेक्ट शुरू किए हैं। दूसरी तरफ वीरवार को चुनाव परिणाम की घोषणा के साथ ही यह विश्वास न केवल डगमगा गया, बल्कि टूट भी गया। मतगणना के सभी चरणों में गुरजीत सिंह औजला ने लगातार लीड बरकरार रखी।
श्वेत मलिक 15 मिनट के आए, फिर गुरदासपुर चले गए
कांग्रेस प्रत्याशी को लगातार मिल रही बढ़त को देखते हए भाजपा नेता व कार्यकर्ता भी पुरी के आवास पर नहीं आए। हां, दोपहर सुबह करीब 11 बजे पंजाब भाजपा के अध्यक्ष श्वेत मलिक उनके आवास पर पहुंचे, पर पंद्रह मिनट बाद ही वापस लौट आए। मलिक ने कहा कि अभी रुझान आ रहे हैं, परिणाम आना बाकी है। इसके बाद वे गुरदासपुर की ओर कूच कर गए। वहीं पुरी के सहयोगी स्टाफ भी इसी बात को दोहराते रहे कि चुनाव परिणाम घोषित होने के बाद ही कुछ कह सकते हैं।
पुरी की हार ने फीका किया मोदी की जीत का जश्न
अमृतसर संसदीय सीट पर हरदीप पुरी की हार के बाद भाजपाई काफी हतोत्साहित दिखाई दिए। केंद्र में मोदी फैक्टर चला और भाजपा को भारी बहुमत मिला, लेकिन अमृतसर में हुई पार्टी की हार के कारण भाजपा नेता व कार्यकर्ता मायूस दिखाई दिए। यही वजह है कि भाजपा मुख्यालय खन्ना स्मारक में सुबह से शाम छह बजे तक कम ही हलचल रही। शाम छह बजे भाजपा कार्यकर्ताओं ने खन्ना स्मारक पहुंचकर मोदी के नेतृत्व में हुई पार्टी की जीत का जश्न तो मनाया, लेकिन इस जश्न में कहीं न कहीं हरदीप पुरी की हार का गम भी छिपा दिखाई दिया।
जीत के जश्न में कांग्रेस भवन को भूले कार्यकर्ता
इधर, जीत के जश्न में कांग्रेस नेता एवं कार्यकर्ता कांग्रेस भवन को ही भूल गए। हाल बाजार स्थित कांग्रेस भवन में पार्टी का कोई वरिष्ठ नेता अथवा कार्यकर्ता नहीं पहुंचा। हां, गुरजीत सिंह औजला के एयरपोर्ट रोड स्थित आवास पर कार्यकर्ताओं व नेताओं का जमावड़ा लगा रहा। औजला को बधाइयां देकर पार्टी नेताओं व कार्यकर्ताओं ने एक-दूसरे का मुंह मीठा करवाया, पर कांग्रेस भवन इमारत बांहें फैलाकर देर रात तक इनका इंतजार करती रही। वास्तव में लोकसभा चुनाव में पार्टी नेताओं ने कांग्रेस भवन को विस्मृत किए रखा। कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह औजला की सारी चुनावी गतिविधियां उनके कार्यालय से चलती रहीं। कांग्रेस भवन में पार्टी पदाधिकारियों ने चुनाव की रणनीति बनाने के लिए कोई बैठक नहीं की। हां, औजला को एक मर्तबा कांग्रेस भवन में बुलाकर वर्करों से रूबरू करवाया गया था।
पुरी ने औजला को बधाई दी
इसी बीच हरदीप सिंह पुरी ने अपने ट्विटर अकाउंट के जरिए कांग्रेस प्रत्याशी गुरजीत सिंह औजला को जीत की बधाई दी। उन्होंने कहा कि मैं उन सभी का धन्यवाद करता हूं जिन्होंने मुझे समर्थन दिया। उनके प्रति मेरा सम्मान एवं प्यार कभी कम नहीं होगा। मैं गुरु नगरी का सेवादार बनकर काम करूंगा। गुरजीत सिंह औजला से उम्मीद करता हूं कि वे अमृतसर के विकास के लिए कायम करेंगे। देशवासियों ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के एजेंडे सबका साथ—सबका विकास पर विश्वास किया। भाजपा के पक्ष में ऐतिहासिक फैसला हुआ है। इसके लिए मैं प्रधानममंत्री नरेंद्र मोदी व भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह को बधाई देता हूं।
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