पुलिस में भर्ती होकर पंजाब की सेवा करूंगा: मनप्रीत
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने नवां कोट निवासी 13 साल के मनप्रीत सिंह को पांच लाख रुपये देने की घोषणा की है।
रविदर शर्मा, अमृतसर
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिदर सिंह ने नवां कोट निवासी 13 साल के मनप्रीत सिंह को पांच लाख रुपये देने की घोषणा की है। लॉकडाउन के दौरान उसके पिता जी की तबीयत इतनी बिगड़ गई कि उन्हें सब्जी बेचने का काम छोड़ना पड़ा। मनप्रीत ने हिम्मत दिखाई और घर चलाने के लिए साइकिल पर गोलगप्पे बेचने लगा। उसकी वीडियो वायरल हुई तो गत शुक्रवार को मुख्यमंत्री ने उसकी आर्थिक मदद करने का फैसला किया। मनप्रीत खजाना गेट के एक प्राइवेट स्कूल में 7वीं क्लास में पढ़ता है। उसकी बड़ी बहन जसप्रीत कौर 10वीं और छोटी बहन इंद्रप्रीत कौर 8वीं में पढ़ती है। उसकी माता की मौत हो चुकी है।
मुख्यमंत्री द्वारा पढ़ाई के लिए पांच लाख रुपये देने की घोषणा पर उसने खुशी व्यक्त करते हुए इसे मेनहतकश बच्चे की ईमानदारी बताया। उसने कहा कि पंजाब सरकार ने मेरा हाथ पकड़ा है तो मैं भी पढ़-लिख कर पंजाब सरकार की ही सेवा करना चाहुंगा। यह मदद मेरे लिए एक कर्ज के रूप है। यह कर्ज मैं पंजाब पुलिस का हिस्सा बनकर पंजाब की सेवा करके चुकाऊंगा। साथ ही अपनी दोनों बहनों को पढ़ाने में अपने पिता की मदद करूंगा ताकि वे भी पढ़-लिख कर समाज के लिए कुछ कर सकें।
गुरु जी ने मेहनत करने का संदेश दिया, तो क्यों न करूं
मनप्रीत ने बताया, कोरोना के चलते स्कूल बंद था तो मैंने अपने पिताजी की साइकिल उठाई और भूने चने, गोलगप्पे और पापड़ के पैकेट बनाकर बेचने निकल पड़ा। इस दौरान शहर के अलग-अलग हिस्सों में जाता और आवाज लगाकर सामान बेचता। मदद के लिए कुछ लोगों ने मुझे बिना सामान लिए पैसे देने की पेशकश की, लेकिन मैंने साफ मना कर दिया। क्योंकि गुरु नानक देव जी ने भी हम लोगों को मेहनत से रोजी-रोटी कमाने का संदेश दिया है, तो फिर मैं भी मेहनत क्यों न करूं।