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दूध का उत्पादन अधिक और बिक्री कम

। दूध से बनने वाली मिठाइयों की बिक्री में कमी लोगों की परचेजिग पावर में कमी शादी समारोह न होना व होटलों के बंद होने के कारण दूध की बिक्री काफी प्रभावित हुई है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 11 Jul 2020 11:25 PM (IST)Updated: Sun, 12 Jul 2020 06:12 AM (IST)
दूध का उत्पादन अधिक और बिक्री कम
दूध का उत्पादन अधिक और बिक्री कम

कमल कोहली, अमृतसर

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दूध से बनने वाली मिठाइयों की बिक्री में कमी, लोगों की परचेजिग पावर में कमी, शादी समारोह न होना व होटलों के बंद होने के कारण दूध की बिक्री काफी प्रभावित हुई है। लोगों दही व पनीर ज्यादा खरीद रहे हैं। वही पैकिग वाले दूध की बिक्री भी बढ़ी है। दूध की बिक्री कम होने का नुकसान दोधियों, हलवाइयों व मिल्क प्लांटों को भी उठाना पड़ रहा है।

पहले लोग पांच किलो दूध लेते थे, अब तीन किलो ले रहे: चरणजीत सिंह

अमृतसर हलवाई यूनियन के प्रधान चरणजीत सिंह ने बताया कि पहले जहां लोग पांच किलो दूध लेते थे वहां उनकी क्षमता तीन किलो की रह गई है। पहले दूध की बिक्री 80 प्रतिशत थी। लॉकडाउन में पचास प्रतिशत हुई तथा अब 25 प्रतिशत दुकानों में रह गई है। कई क्षेत्रों में दूध 25 रुपये प्रति किलो बिकने के कारण भी हलवाइयों की दूध की बिक्री प्रभावित हुई है। यह दूध इतना सस्ता क्यों बिक रहा है। विभाग को जांच करनी चाहिए। सही दूध की कीमत 40 से 45 रुपये प्रति किलो है। दूध से बनने वाली मिठाइयां भी कम बिक रही हैं। इस कारण भी दूध की बिक्री प्रभावित हुई है। दूध अधिकतर देसी घी बनाने वाली फैक्टरियों व मिल्क प्लांट वाले खरीद रहे है। दही की बिक्री में 50 फीसद, पनीर की 35 फीसद बढ़ी: जीएम हरमिंदर सिंह मिल्क प्लांट वेरका के जीएम हरमिदर सिंह ने बताया कि चाहे मिल्क प्लांट में दूध की खरीदारी बढ़ी हुई है। फिर भी सप्लाई में पिछले दिनों की अपेक्षा कमी है। चाहे आम उपभोक्ताओं की संख्या में 20 से अधिक प्रतिशत बढ़ोतरी हुई है। पर शैक्षणिक संस्थान, विवाह समारोह, होटल इंस्टीट्यूट न खुलने के कारण दूध की बिक्री में कमी आई है। दही की बिक्री में 50 प्रतिशत तथा पनीर की बिक्री में 35 फीसद बढ़ी है। अब प्लांट में जो दूध बच रहा है उसका पाउडर व मक्खन बनाया जा रहा है। खाद्य पदार्थो के सैंपल भरे जा रहे : डॉ. अमनदीप सिंह

जिला सेहत अधिकारी डॉ. अमनदीप सिंह ने बताया कि उनके विभाग की ओर से दूध व अन्य खाद्य पदार्थों के सैंपल भरे जा रहे हैं। यदि किसी व्यक्ति को दूध नकली दिए जाने की सूचना मिलती है तो विभाग से संपर्क कर सकता है। शहर के लोगों की सेहत के साथ किसी तरह का खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। क्या कहते हैं हलवाई

शर्मा स्वीट्स जवाहर नगर के मालिक राम लाल शर्मा ने कहा कि पहले जहां दूध रोजाना एक हजार किलो लगता था वहां अब सिर्फ 300 किलो तक खपत हो रही है। दूध की बिक्री न होने के कारण लोगों का पलायन, शादी समारोह का बंद होना है। लोगों की परचेजिग पावर कम हुई है। डेयरी मालिक भी उतना दूध खरीद रहे, जितना बिक जाए : रणधीर सिंह गोरा

श्री रामतीर्थ रोड स्थित डेयरी मालिक रणधीर सिंह गोरा ने कहा कि गर्मियों के कारण अब दूध के उत्पादन में कमी आ रही है। डेयरी वाले अपनी क्षमता के तहत दूध खरीद रहे हैं ताकि वह बिक सके। कई क्षेत्रों में टैंकर सस्ता दूध बेच रहे हैं। उस बारे में संबंधित विभाग को देखना चाहिए। दोधियों को काफी नुकसान उठाना पड़ा: किशन कुमार

दोधी किशन कुमार ने कहा कि दोधियों को कोरोना महामारी के दौरान काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ा है। गुजारा चलाने के लिए दोधियों को मजबूरन कम रेट पर सस्ता दूध बेचने को मजबूर होना पड़ा। बाजार में दूध की बिक्री नहीं हो रही थी। हलवाइयों का कारोबार बंद पड़ा है। अब गर्मी की मार के कारण दूध का उत्पादन कम हो गया।


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