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चैनल से हुई पढ़ाई की फीस देने से निजी स्कूलों का इन्कार

लाकडाउन से उपजी परिस्थितियों में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से डीटीएच चैनल के जरिए करवाई जा रही पढ़ाई का शुल्क अदा करने से निजी स्कूलों से इन्कार कर दिया है।

By JagranEdited By: Published: Thu, 25 Feb 2021 09:30 PM (IST)Updated: Fri, 26 Feb 2021 09:20 AM (IST)
चैनल से हुई पढ़ाई की फीस देने से निजी स्कूलों का इन्कार
चैनल से हुई पढ़ाई की फीस देने से निजी स्कूलों का इन्कार

संस, अमृतसर : लाकडाउन से उपजी परिस्थितियों में पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड की ओर से डीटीएच चैनल के जरिए करवाई जा रही पढ़ाई का शुल्क अदा करने से निजी स्कूलों से इन्कार कर दिया है। स्कूल प्रबंधकों ने कहा कि उन्होंने अपने साधन से विद्यार्थियों को पढ़ाई करवाई है तो वह बोर्ड को चैनल से हुई पढ़ाई का शुल्क अदा क्यों करें।

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इसी को लकेर मान्यता प्राप्त व एफिलिएटिड स्कूल एसोसिएशन (रासा) पंजाब के शिष्टमंडल ने चेयरमैन डा. गुरदीप सिंह रंधावा, रविदर सिंह व महासचिव सुजीत शर्मा की अगुआई में ोर्ड के चेयरमैन डा. योगराज से उनके कार्यालय में मुलाकात की। साथ ही एफिलिएटिड स्कूलों की समस्याओं को लेकर मांग पत्र दिया गया। सुजीत शर्मा ने चेयरमैन से सरकारी स्कूलों के लिए आन लाइन पढ़ाई के खर्चे का बोझ एफिलिएटिड स्कूल पर न थोपने की मांग की। पंजाब भर में निजी स्कूल 5200 से अधिक है। जिला अमृतसर में 300 निजी स्कूल हैं, जो पंजाब स्कूल शिक्षा बोर्ड से एफिलिएटिड है।

सुजीत शर्मा ने कहा कि बोर्ड से मांग की गयी कि पंजाब के समूह रासा के स्कूलों ने अपने विद्यार्थियों को अपने साधनों से ही आन लाइन शिक्षा दी है। किसी भी एफिलिएटिड स्कूल या विद्यार्थी ने इस चैनल का प्रयोग नहीं किया है। इसलिए इस पर आया खर्च आर्थिक बोझ सिर्फ एफिलिएटिड स्कूलों पर डालना वाजिब नहीं है। इस अवसर पर सुखविदर भल्ला, रविदर शर्मा, सकत्तर सिंह, जगतपाल महाजन, जगजीत सिंह, चरणजीत सिंह पारोवाल, बलकार सिंह, हरजीत सिंह बराड़, सुखमिदर सिंह, दविदर पिपलानी, हरशदीप सिंह रंधावा, दर्शप्रीत सिंह आदि मौजूद थे। सरकार ने लाक डाउन के बाद स्कूल में बच्चों के प्रवेश से पहले अभिभावकों से सहमति पत्र लिए थे। इसलिए यदि बच्चों के परीक्षा केंद्र अन्य स्कूल में बनाए जाते है तो उसके लिए अभिभावकों की सहमति लेनी जरूरी होगी। विद्यार्थियों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए पांचवीं, आठवीं, दसवीं व बारहवीं कक्षा के लिए मार्च अप्रैल 2021 में हो रही बोर्ड परीक्षा के लिए सेल्फ सेंटर बनाए जाएं, जिन स्कूलों ने पहले शिक्षा बोर्ड से आठवीं कक्षा तक एफिलिएशन ली थी, उनकी वह पुरानी एफिलिएशन बहाल रखी जाए तथा उस आधार पर उनको नौवीं तक मान्य समझा जाए। एफिलिएटिड स्कूलों के प्रिसिपल की आयु यदि स्कूल मैनेजमेंट चाहे तो उसको 65 साल तक बढ़ाने की आज्ञा दी जाए।

बोर्ड ने इस तरह वसूलनी है डीटीएच चैनल पर हुई पाठ्यक्रम की पढ़ाई की राशि

सहयोग राशि प्रति माह (रुपये में) वार्षिक (रुपये)

सीसे स्कूल 700 8400

हाई स्कूल 500 6000

मिडिल स्कूल 200 2400

प्राइमरी स्कूल 100 1200


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