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निजी अस्पतालों ने डीसी से कहा, आक्सीजन उपलब्ध करवाओ, वरना मरीज दाखिल नहीं करेंगे

जिले में आक्सीजन की सप्लाई बेहद कम हो रही है। अब निजी अस्पतालों ने आक्सीजन की सप्लाई न मिलने की वजह से मरीजों का ट्रीटमेंट करने से पीछे हटने की बात कही है।

By JagranEdited By: Published: Sat, 24 Apr 2021 07:15 AM (IST)Updated: Sat, 24 Apr 2021 07:15 AM (IST)
निजी अस्पतालों ने डीसी से कहा, आक्सीजन उपलब्ध करवाओ, वरना मरीज दाखिल नहीं करेंगे
निजी अस्पतालों ने डीसी से कहा, आक्सीजन उपलब्ध करवाओ, वरना मरीज दाखिल नहीं करेंगे

जागरण संवाददाता, अमृतसर: कोरोना महामारी आक्सीजन पर भारी पड़ गई है। जिले में आक्सीजन की सप्लाई बेहद कम हो रही है। अब निजी अस्पतालों ने आक्सीजन की सप्लाई न मिलने की वजह से मरीजों का ट्रीटमेंट करने से पीछे हटने की बात कही है। शुक्रवार को इंडियन मेडिकल एसोसिएशन का एक प्रतिनिधिमंडल डिप्टी कमिश्नर गुरप्रीत सिंह खैहरा से मिला।

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एसोसिएशन के प्रदेश अध्यक्ष डा. केडी सिंह ने कहा कि महामारी की वजह से आक्सीजन की मांग तेजी से बढ़ी है। मांग के अनुपात में आपूर्ति नहीं हो रही। निजी अस्पतालों में आक्सीजन संकट बुरी तरह गहरा गया है। कई अस्पतालों में उपचाराधीन मरीजों को बाहर भेजने की मजबूरी बन चुकी है। हम आक्सीजन वेंडर के पास एंबुलेंस भेजते हैं तो सीमित मात्रा में सिलेंडर दिए जाते हैं। उदाहरण के तौर पर यदि एक अस्पताल में 100 सिलेंडर की खपत है तो उसे महज 15 ही मिल पा रहे हैं। इससे अस्पतालों में मरीज की जिदगी खतरे में आ सकती है। अब तो निजी अस्पतालों ने लेवल-3 मरीजों को दाखिल करने से इन्कार कर दिया है, क्योंकि आक्सीजन ही नहीं है।

जिला प्रशासन यह सुनिश्चित करे कि मांग के अनुपात में सभी अस्पतालों को ऑक्सीजन मिले क्योंकि वेंटिलेटर पर उपचाराधीन मरीज को प्रतिदिन 10 से 15 आक्सीजन सिलेंडर चाहिए, अन्यथा अगले दो-तीन दिनों में निजी अस्पतालों में गंभीर कोरोना संक्रमित मरीजों को दाखिल नहीं किया जाएगा।

इसके बाद डीसी गुरप्रीत सिंह खैहरा ने माना कि अमृतसर सहित पूरे पंजाब में आक्सीजन संकट है। लोकल आक्सीजन प्लांट पर हमारी टीम में लगातार नजर रख रही है। आक्सीजन की ब्लैक मार्केटिग नहीं हो रही। निजी अस्पताल ऐसे समय में संयम से काम लें। यदि किसी अस्पताल के पास आक्सीजन का स्टाक बिल्कुल ही खत्म हो गया है तो मरीज को सरकारी अस्पताल में भेज सकता है। जिला प्रशासन आक्सीजन का प्रबंध करने के लिए लगातार प्रयास कर रहा है। चंडीगढ़ से सीमित मात्रा में स्टाक पहुंच रहा

यह उल्लेख करना जरूरी है कि कोरोना महामारी के दौरान ऑक्सीजन की खपत बढ़ी है। अमृतसर के गुरु नानक देव अस्पताल में 19 अप्रैल को ऑक्सीजन खत्म हो गई थी। ऐसी ही स्थिति प्रतिदिन निजी अस्पतालों में सामने आ रही है। चंडीगढ़ स्थित हाईटेक इंडस्ट्री से अमृतसर में आक्सीजन की सप्लाई हो रही है, लेकिन इन दिनों सीमित मात्रा में स्टाक यहां पहुंच रहा है। जिले में कुल 35 टन आक्सीजन चाहिए, आ सिर्फ 20 से 22 रही

अमृतसर के सभी निजी अस्पतालों को इन दिनों 25 मीट्रिक टन ऑक्सीजन प्रतिदिन चाहिए, जबकि गुरु नानक अस्पताल को 10 मीट्रिक टन। हालांकि आक्सीजन संकट की वजह से इन दिनों अमृतसर में 20 से 22 मीट्रिक टन आक्सीजन ही प्रतिदिन पहुंच पा रही है।


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