नवजोत सिद्धू पर कसा अपनी हीे सरकार का शिकंजा, अमृतसर ट्रस्ट कार्यालय में विजिलेंस की दबिश
मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह के बीच पैदा हुए विवाद में सिद्धू पर लगातार सरकार का शिकंजा कसता जा रहा है।
जेएनएन, अमृतसर। मुख्यमंत्री कैप्टन अमरिंदर सिंह और नवजोत सिंह के बीच पैदा हुए विवाद में सिद्धू पर लगातार सरकार का शिकंजा कसता जा रहा है। जीरकपुर में सिद्धू के करीबियों पर शिकंजा कसने के बाद अब विजिलेंस ब्यूरो ने अमृतसर का रुख किया है। विजिलेंस की 15 सदस्यीय टीम ने डीएसपी तजिंदर सिंह के नेतृत्व में दोपहर को ट्रस्ट कार्यालय दबिश दी और देर शाम तक रिकार्ड खंगालती रही। सूत्रों के मुताबिक टीम के टारगेट पर सिद्धू के कार्यालय का रिकार्ड रहा।
सिद्धू को हमेशा टारगेट पर रखने वाले कांग्रेस के पूर्व सचिव व प्रवक्ता मनदीप सिंह मन्ना को जैसे ही विजिलेंस के ट्रस्ट कार्यालय पहुंचने की भनक लगी तो वह भी शिकायतों का पुलिंदा लेकर वहां पहुंच गए। मन्ना ने सिद्धू की पत्नी डॉ. नवजोत कौर सिद्धू द्वारा की गई अनियमितताओं की जानकारी उन्हें दी। उन्होंने विजिलेंस टीम ने निष्पक्ष जांच की मांग की।
टीम ने विभागों में दी दस्तक, अधिकारियों में हड़कंप
दोपहर एक बजे विजिलेंस की टीम ने जैसे ही ट्रस्ट कार्यालय दस्तक दी तो अधिकारियों में हड़कंप मच गया। टीम ने इंजीनियरिंग ब्रांच, लीगल ब्रांच और सेल ब्रांच में दस्तक दी और वहां मौजूद अधिकारियों व कर्मचारियों से पूछताछ की। उसके बाद टीम ट्रस्ट के एसई राकेश गर्ग के कार्यालय में बैठ गई। वहीं उन्होंने सारा रिकार्ड तलब किया और अधिकारियों की मौजूदगी में ही उसे देर शाम तक खंगाला।
रुटीन चेसिंकग की गई : बख्शी
एसएसपी विजिलेंस आरके बख्शी ने कहा कि विजिलेंस ने नगर सुधार ट्रस्ट कार्यालय में रुटीन चेकिंग की। पूरे पंजाब में चेकिंग चल रही है। नवजोत सिद्धू से संबंधित रिकार्ड पर ही टीम का ज्यादा फोकस क्यों रहा पूछने पर उन्होंने कहा कि मैं इस बाबत कुछ नहीं कह सकता।
मन्ना ने की अनियमितताओं की जांच की मांग
- डॉ. नवजोत कौर सिद्धू के बतौर सीपीएस व विधायक रहते पूर्वी विधानसभा हलके में अनियमितताएं हुईं।
- नवजोत सिद्धू के करीबी अवैध निर्माण करवा रहे हैं।
- वल्ला श्मशानघाट में अनियमितताएं हुईं।
- न्यू अमृतसर के फ्लैटों में अनियमितताएं।
- जीएलजी फर्म विवाद व एक ही आइडी से भरे गए सिंगल टेंडरों की जांच की मांग।
- मकबूल रोड पर सिद्धू के करीबियों के दबाव में हाउसलेन में हुए कामर्शियल निर्माण की जांच की मांग।