चुनावी सरगर्मियां तेज, पावरकॉम की बिजली चोरी पकड़ने की मुहिम पड़ी ठंडी
अमृतसर लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारा में माहौल गर्माया हुआ है।
-हर हफ्ते शनिवार को अमृतसर, गुरदासपुर और तरनतारन सर्कल में होने वाले चेकिंग नहीं हुई
- न ही बिजली चोरों से जुर्माना वसूला गया
हरदीप रंधावा, अमृतसर
लोकसभा चुनाव को लेकर राजनीतिक गलियारा में माहौल गर्माया हुआ है। इसके चलते सरकारी विभागों में भी रुटीन गतिविधियां पहले से कम हो गई हैं।
बता दें कि पावरकॉम की तरफ से हर वीकैंड (शनिवार) को बिजली चोरी के खिलाफ विशेष तौर पर अभियान चलाया जाता है। इसमें चेकिंग के दौरान बिजली चोरी करने वालों से जुर्माना वसूला जाता है ,लेकिन पावरकॉम का यह अभियान चुनावी माहौल में कुछ हद तक थम सा गया है। इस शनिवार को भी बॉर्डर जोन में आते विभिन्न सर्कलों में चेकिंग अभियान नहीं चलाया गया और न ही बिजली चोरों पर पुख्ता कार्रवाई हुई।
हर वीकैंड पर जमा होता था लाखों का जुर्माना
पावरकॉम की तरफ से हर सप्ताह बिजली चोरों पर नकेल कसने और विभाग को होने वाले नुक्सान को रोकने के लिए अभियान चलाया जाता है। इसके तहत बार्डर जोन के अमृतसर, तरनतारन व गुरदासपुर सर्कल से हर शनिवार को चेकिंग अभियान चलाकर बिजली चोरों से भारी-भरकम जुर्माना वसूला जाता है ताकि पावरकॉम का खजाने भरा जा सके। बिजली चोरी के खिलाफ चलाए जाने वाले अभियान के तहत पावरकॉम की टीमें 300 से लेकर 400 बिजली चोरी के केस पकड़ने से विभाग को लगभग 40 से 50 लाख रुपए विभाग को राजस्व प्राप्त होता था।
सर्कल के एसई से बात करने की दी सलाह
बिजली चोरी पकड़कर डाले जाने वाले जुर्माने को लेकर जब बॉर्डर जोन के चीफ इंजीनियर संदीप कुमार सूद ने अपनी छुट्टी का हवाला देते हुए इस संबंध में बॉर्डर जोन के सुपरिटेंडेंट इंजीनियर (एसई) हेडक्वार्टर से बात करने के लिए कहा। जब एसई हेडक्वार्टर ने बात की गई तो उन्होंने भी अपना पल्ला झाड़ते हुए सर्कल के एसई से बात करने की सलाह दे डाली।